Tricity Today | ग्रेटर नोएडा को केंद्र सरकार ने दिया बड़ा तोहफा, देश के चुनिंदा 11 शहरों में शुमार होगा
Greater Noida शहर को केंद्र सरकार बड़ा रोहफा देने जा रही है। इसके बाद ग्रेटर नोएडा देश के चुनिंदा 11 शहरों में शामिल हो जाएगा। दरससल, भारत सरकार के उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के मुताबिक वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ग्रेटर नोएडा में एक Multi Model Logostic Center बनाना चाहता है। ग्रेटर नोएडा के अलावा आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में भी दो औद्योगिक केंद्रों की स्थापना के लिए मंत्रिमंडल की मंजूरी मांगेगा।
ये केंद्र राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा कार्यक्रम के तहत भारत सरकार द्वारा विकसित की जा रहीं विभिन्न औद्योगिक गलियारा परियोजनाओं का हिस्सा हैं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारत में भविष्य के औद्योगिक शहरों का विकास करना है। देशभर में इस तरह की 11 परियोजनाएं शुरू की जा रही हैं। इनमें Delhi-Mumbai Industrial Corridore (डीएमआईसी), Amritsar-Kolkata Industrial Corridore (एकेआईसी), Chennai-Bengaluru Industrial Corridore (सीबीआईसी), Bengaluru-Mumbai Industrial Corridore (बीएसआईसी) और Hydrabad-Bengaluru Industrial Corridore (एचबीआईसी) शामिल हैं।
डीपीआईआईटी की टिप्पणी के अनुसार ये परियोजनाएं कार्यान्वयन के विभिन्न चरणों में हैं। टिप्पणी के मुताबिक चरण -1 के तहत कुछ परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। इसमें गुजरात में डीएमआईसी के तहत धोलेरा विशेष निवेश क्षेत्र, महाराष्ट्र में डीएमआईसी के तहत शेंद्रा बिडकिन औद्योगिक क्षेत्र और उत्तर प्रदेश में एकीकृत औद्योगिक टाउनशिप ग्रेटर नोएडा शामिल हैं।
1484 किलोमीटर लंबे रेलवे गलियारे पर 11 शहर बसाए जा रहे हैं
आपको बता दें कि जापान इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन के सहयोग से दादरी से लेकर मुंबई तक रेलवे इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का विकास किया जा रहा है। 1484 किलोमीटर लंबे इस रेलवे गलियारे के दोनों ओर 11 औद्योगिक शहर बसाए जा रहे हैं। इन औद्योगिक शहरों की शुरुआत दादरी में इंटीग्रेटेड टाउनशिप से होती है। ग्रेटर नोएडा में इंटीग्रेटेड टाउनशिप पर तेजी के साथ काम चल रहा है। डीएमआई इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप एक स्पेशल परपज व्हीकल है। जिसमें नेशनल इंडस्ट्रियल कॉरिडोर डेवलपमेंट एंड इंप्लीमेंटेशन ट्रस्ट और ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण की 50-50% की हिस्सेदारी है। इस कंपनी में डीएमआईसीडीसी के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर के संजय मूर्ति बतौर चेयरमैन काम कर रहे हैं। ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण स्पेशल परपज व्हीकल के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर हैं।
भारतीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियां टाउनशिप में इकाई स्थापित कर रही हैं
ग्रेटर नोएडा इंडस्ट्रियल टाउनशिप का क्षेत्रफल 302.63 हेक्टेयर है। यह दादरी-नोएडा-गाजियाबाद इन्वेस्टमेंट रीजन के दायरे में है। यहां हाईटेक इंडस्ट्री, बायोटेक इंडस्ट्री, रिसर्च एंड डेवलपमेंट, कमर्शियल मिक्स लैंड यूज, रेजिडेंशियल, ग्रुप हाउसिंग रेजिडेंशियल, ईडब्ल्यूएस हाउसिंग और इस टाउनशिप में रहने के लिए जरूरी सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। टाउनशिप में अब तक करीब 150 भारतीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियां भूमि आवंटन के लिए आवेदन कर चुकी हैं। जिनमें से करीब 50 कंपनियों का निर्माण चल रहा है।
हजारों करोड रुपए का निवेश मिलेगा लाखों लोगों को रोजगार
इस टाउनशिप के जरिए करीब 50,000 करोड रुपए का निवेश मिलने की संभावना है। पहले चरण में करीब 1,25,000 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर मिलेंगे। इस परियोजना का निवेश जोन बुलंदशहर, गाजियाबाद, मेरठ, बागपत, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और आगरा तक फैला हुआ है। परियोजना के दूसरे चरण में निवेश और रोजगारों की संख्या 10 गुना तक बढ़ने की संभावना है।