दिल्ली-एनसीआर में ग्रेटर नोएडा सबसे प्रदूषित, देखिए नोएडा और गाजियाबाद समेत देशभर के प्रमुख शहरों का हाल

दिल्ली-एनसीआर में ग्रेटर नोएडा सबसे प्रदूषित, देखिए नोएडा और गाजियाबाद समेत देशभर के प्रमुख शहरों का हाल

दिल्ली-एनसीआर में ग्रेटर नोएडा सबसे प्रदूषित, देखिए नोएडा और गाजियाबाद समेत देशभर के प्रमुख शहरों का हाल

Tricity Today | Greater Noida is the most polluted city since last week

पिछले एक सप्ताह से ग्रेटर नोएडा शहर पूरे दिल्ली-एनसीआर में सबसे प्रदूषित बना हुआ है। सोमवार को भी एनसीआर का सबसे प्रदूषित शहर रहा है। नोएडा दूसरे स्थान पर रहा है। गाजियाबाद तीसरे, गुरुग्राम चौथे और दिल्ली पांचवें स्थान पर है। आश्चर्यजनक रूप से सोमवार को देश में सबसे प्रदूषित शहर कर्नाटक का कलबुर्गी है। कलबुर्गी का वायु गुणवत्ता सूचकांक 500 दर्ज किया गया है। सोमवार की दोपहर बाद 4:00 बजे केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में लिए गए नमूनों के आधार पर रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में पूरे देश के 108 शहरों को शामिल किया गया है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी की गई रिपोर्ट में बताया गया है कि नोएडा में पिछले 24 घंटों के दौरान औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 376 दर्ज किया गया है। ग्रेटर नोएडा का वायु गुणवत्ता सूचकांक 384 रहा है। गाजियाबाद में यह आंकड़ा 365 है। दिल्ली का एक्यूआई 353, गुरुग्राम का 258, फरीदाबाद में 323, बागपत में 317 और बल्लभगढ़ में 337 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया है। इस तरह साफ है कि पूरे दिल्ली-एनसीआर में सबसे प्रदूषित शहर ग्रेटर नोएडा रहा है। उसके बाद नोएडा और गाजियाबाद हैं। पिछले 2 सप्ताह का ट्रेंड देखने पर साफ है कि ग्रेटर नोएडा शहर देश के सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल है। नोएडा और गाजियाबाद भी टॉप-3 प्रदूषित शहरों में बने रहे हैं।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक जीरो से 50 एक्यूआई वाले शहर प्रदूषण के मामले में सामान्य माने जाते हैं। 50 से 100 एक्यूआई को मॉडरेट श्रेणी में शामिल किया जाता है। 100 से 200 एक्यूआई को नुकसानदायक, 200 से 300 एक्यूआई को खतरनाक और 300 एक्यूआई से ज्यादा प्रदूषण बेहद खतरनाक श्रेणी में रखा गया है। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद पिछले 2 सप्ताह से लगातार 300 एक्यूआई से ऊपर बने हुए हैं। पिछले सप्ताहांत में तो तीनों शहर का एक्यूआई लगभग 400 तक पहुंच गया था।

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और मौसम विभाग की ओर से बताया गया है कि आने वाले दिनों में प्रदूषण से थोड़ी निजात मिल सकती है। दरअसल, पिछले पूरे सप्ताह उत्तर-पश्चिमी हवाओं का बहाव बना हुआ था। जिसकी वजह से पंजाब, हरियाणा और पाकिस्तान की सीमा से पराली जलाने के कारण प्रदूषण दिल्ली-एनसीआर की ओर आ रहा था। दिल्ली-एनसीआर के वायु प्रदूषण में पराली जनित प्रदूषण की मात्रा 25 फ़ीसदी तक पहुंच गई थी। जिसके चलते नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद, दिल्ली, बागपत, बल्लभगढ़, सोनीपत, पानीपत, कुरुक्षेत्र, बुलंदशहर, मेरठ और मुजफ्फरनगर तक लोगों को सांस लेने में बेहद तकलीफ का सामना करना पड़ रहा था।

इन जिलों में लोग आंखों में जलन महसूस कर रहे थे। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इन शहरों में रहने वाले लोगों को चेतावनी दी थी कि बिना वजह घर से बाहर नहीं निकलें। हृदयाघात, सांस, दमा और फेफड़ों की बीमारी से ग्रसित लोग अपना बचाव करें। बुजुर्गों और बच्चों को घरों से बाहर नहीं निकलने दें। अब रविवार की रात से उत्तर-पश्चिमी हवाओं का दबाव कम हुआ है। जिसकी वजह से हरियाणा और पंजाब की ओर से आ रहा प्रदूषण थम गया है। लिहाजा, आने वाले दो-तीन दिन हालात सामान्य रहने की उम्मीद है। दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर कम हो सकता है।

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