ग्रेटर नोएडा क्वारंटाइन सेंटर से गायब युवक का सुराग नोएडा जिला अस्पताल से मिला, बड़ी कार्रवाई होगी

ग्रेटर नोएडा क्वारंटाइन सेंटर से गायब युवक का सुराग नोएडा जिला अस्पताल से मिला, बड़ी कार्रवाई होगी

ग्रेटर नोएडा क्वारंटाइन सेंटर से गायब युवक का सुराग नोएडा जिला अस्पताल से मिला, बड़ी कार्रवाई होगी

Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो

ग्रेटर नोएडा से एक महीने से कोरोना संदिग्ध मरीज गायब हैgangaलापता के मामले में स्वास्थ्यकर्मियों की लापरवाही सामने आई

ग्रेटर नोएडा के क्वारंटाइन सेंटर से अस्पताल जाते समय एक माह से गायब कोरोना संदिग्ध का सुराग जिला अस्पताल से लगा है। जिला अस्पताल में चिकित्सकों ने उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया था। उसके बाद वह लापता हो गया। मजिस्ट्रेट जांच में यह तथ्य सामने आए हैं। जांच अधिकारी जल्दी अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपेंगे। उसके बाद कई स्वास्थ्यकर्मियों पर कार्रवाई होगी।

गलगोटिया विश्वविद्यालय के क्वारंटीन सेंटर के इंचार्ज की रिपोर्ट में कोरोना संदिग्ध शारदा अस्पताल में पहुंचा ही नहीं था। 24 अप्रैल को यह संदिग्ध सेंटर से हालत बिगड़ने पर शारदा अस्पताल के लिए रेफर किया गया था। दनकौर पुलिस में दर्ज कराई गई रिपोर्ट में सेंटर के इंचार्ज ने अपनी जांच आख्या में स्पष्ट किया है कि कोरोना संदिग्ध रणजीत शारदा अस्पताल में भर्ती ही नहीं हुआ था। दूसरी ओर मजिस्ट्रेट जांच में यह स्पष्ट हो गया है कि शारदा अस्पताल में परीक्षण के बाद उसे एंबुलेंस से सेक्टर-30 के जिला अस्पताल में भेजा गया था। जहां चिकित्सकों ने उसका परीक्षण भी किया। 

इसके बाद वह अचानक लापता हो गया और आज तक उसकी रिपोर्ट और मरीज का कोई पता नहीं चल पाया है। कोरोना संदिग्ध के मामले में लापरवाही बरतने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ शीघ्र ही कार्रवाई हो सकती है। कार्रवाई को लेकर इस घटना के जिम्मेवार कई स्वास्थ्य कर्मियों में हड़कंप मचा हुआ है

मामले में 20 मई को हुई थी दनकौर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज
क्वारंटाइन सेंटर से अस्पताल जाने वाले कोरोना संदिग्ध के गायब होने की रिपोर्ट 27 दिन बाद 20 मई को दनकौर कोतवाली में सेंटर के प्रभारी चिकित्सक डॉ अनिल गुप्ता की ओर से दर्ज कराई गई थी। कोरोना संदिग्ध 24 अप्रैल को लापता हुआ था।

22 मई को डीएम ने मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया
इस गंभीर मामले के मीडिया मेंबआने के बाद जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने 22 मई को इस मामले में जांच का आदेश दिया था। मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह को नियुक्त कर रिपोर्ट देने का निर्देश जारी किया था।

रिपोर्ट गलत दर्ज करवाई गई है
ग्रेटर नोएडा के क्वारंटाइन सेंटर में नियुक्त मजिस्ट्रेट राजेश कुमार सिंह ने कहा, झारखंड निवासी युवक क्वारंटाइन सेंटर से अस्पताल जाते समय नोएडा से गायब हुआ था। इसकी रिपोर्ट नोएडा में ही दर्ज होनी चाहिए थी। नोएडा के अस्पताल में गायब व्यक्ति के पहुंचने की तथ्यात्मक जानकारी प्राप्त हो चुकी है। इस मामले में कई लोगों की लापरवाही उजागर हुई है।

जल्दी रिपोर्ट डीएम को सौंप देंगे
सीडीओ अनिल कुमार सिंह ने कहा, क्वारंटाइन सेंटर से अस्पताल जाते वक्त गायब हुए मरीज के मामले की जांच लगभग पूरी हो चुकी है। शीघ्र ही इस मामले में लापरवाही बरतने वाले दोषी अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करके जिलाधिकारी को रिपोर्ट सौंप दी जाएगी।

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