Greater Noida West: फीस को लेकर एस्टर पब्लिक स्कूल में अभिभावकों का हंगामा

Greater Noida West: फीस को लेकर एस्टर पब्लिक स्कूल में अभिभावकों का हंगामा

Greater Noida West: फीस को लेकर एस्टर पब्लिक स्कूल में अभिभावकों का हंगामा

Tricity Today | Aster Public School Gate

प्रिंसिपल ने मिलने से इनकार किया तो भड़के अभिभावकgangaफीस और ऑनलाइन क्लास के मुद्दे पर बात करने पहुंचे थे लोगgangaऑनलाइन क्लासेज के दौरान फीस घटाने की मांग कर रहे हैं

इस वक्त पूरे देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण शिक्षण संस्थान बंद हैं। 12वीं तक के स्कूल पढ़ाई-लिखाई कर रहे हैं। इसके लिए ऑनलाइन क्लासेस का सहारा लिया जा रहा है। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट समेत पूरे दिल्ली-एनसीआर के अभिभावक ऑनलाइन क्लासेज के दौरान फीस घटाने की मांग कर रहे हैं। अभिभावकों का तर्क है कि जब स्कूल का इंफ्रास्ट्रक्चर और दूसरे संसाधनों का इस्तेमाल नहीं हो रहा है तो ऐसे में स्कूलों को केवल स्टाफ की सैलरी के लिए फीस लेनी चाहिए। दूसरी ओर स्कूल इसके लिए कतई तैयार नहीं हैं।

इस मुद्दे को लेकर शुक्रवार को ग्रेटर नोएडा वेस्ट में एस्टर पब्लिक स्कूल अभिभावक पहुंचे। अभिभावक स्कूल प्रिंसिपल के सामने अपने मुद्दे रखना चाहते थे, लेकिन प्रिंसिपल ने अभिभावकों से मिलने से मना कर दिया। जिसके बाद अभिभावकों ने स्कूल में हंगामा कर दिया। अभिभावकों का कहना है कि हमने बहुत सारे ईमेल स्कूल को किये है। लेकिन कोई जवाब नहीं दिया गया था। इसलिए अभिभावक स्कूल गए थे। 

गुस्से में आकर अभिभावकों ने स्कूल में हंगामा शुरू कर दिया

शुक्रवार को ग्रेटर नोएडा वेस्ट में एस्टर पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावक बड़ी संख्या में प्रिंसिपल से मिलने के लिए पहुंचे थे। स्कूल के रिसेप्शन पर पहुंचकर अभिभावकों ने प्रिंसिपल से मिलने की इच्छा जाहिर की। अभिभावकों का आरोप है कि प्रिंसिपल ने उनसे मिलने से साफ इंकार कर दिया। जिसके बाद अभिभावकों ने स्कूल में हंगामा कर दिया। 

घंटों इंतजार करवाने के बावजूद प्रिंसिपल ने मुलाकात नहीं की

एस्टर पब्लिक स्कूल में प्रिंसिपल से बात करने पहुंचे अभिभावकों में से सुमित कुमार, कृष्ण गोपाल, वीरेंद्र कुमार, गौरव रस्तोगी, निशांत कुमार, उमेश शर्मा, अजीत कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस के चलते मार्च माह से स्कूलों में शिक्षण कार्य बंद है। बच्चे घरों में बैठकर ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं। अभिभावकों पर स्कूलों की फीस भरने का दबाव डाला जा रहा है। इन मुद्दों को लेकर अभिभावक प्रिंसिपल से मिलने के लिए स्कूल में आए थे। घंटों इंतजार करने के बाद भी प्रिंसिपल ने अभिभावकों से मिलने से मना कर दिया। इसलिए मजबूरी में अभिभावकों को हंगामा करना पड़ा। 

अभिभावकों ने पुलिस को बताया कि वह फीस और ऑनलाइन शिक्षा आदि के मुद्दों पर प्रिंसिपल से मिलना चाहते हैं, लेकिन स्कूल के प्रिंसिपल ने मिलना उचित नहीं समझा, प्रिंसिपल ने अभिभावकों को समझाया। जिसके बाद अभिभावकों का गुस्सा शांत हो जिस। दूसरी ओर ग्रेटर नोएडा वेस्ट के तमाम अभिभावकों का कहना है कि यह तो पहली घटना है। लगभग हर स्कूल से जुड़े अभिभावक परेशानी महसूस कर रहे हैं। आने वाले दिनों में यह समस्या बड़ा रूप धारण कर सकती है।

राज्य सरकार की उपेक्षा से आहत हैं अभिभावक

गौतम बुध नगर अभिभावक संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि हम लोग पिछले 3 महीनों से लगातार फीस और ऑनलाइन क्लासेज के मुद्दे पर राज्य सरकार से दिशा निर्देश चाहते हैं और बातचीत करना चाहते हैं। इसके लिए लगातार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गौतम बुध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई और राज्य के शिक्षा मंत्री डॉ दिनेश शर्मा को पत्र भेज रहे हैं। हजारों की संख्या में अभिभावक प्रत्येक रविवार को ट्विटर पर ट्रेंड करते हैं। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा को टैग किया जाता है। करीब 10 हफ्तों से चल रही इस प्रक्रिया के बावजूद अब तक सरकार ने कोई फैसला नहीं लिया है। 

यूपी के डिप्टी सीएम के बयान पर अभिभावकों को आपत्ति

अभिभावकों का कहना है कि ऊपर से यूपी के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा कार्यक्रमों में बयान जारी करते हैं। स्कूलों का पक्ष लेते हैं। हम लोग फीस देने से इनकार नहीं कर रहे हैं, लेकिन सरकार को यह देखना चाहिए कि जब स्कूल प्रबंधन अपना इंफ्रास्ट्रक्चर इस्तेमाल नहीं कर रहा है तो वह पूरी फीस कैसे वसूल कर सकता है। स्कूलों का खर्चा आधा भी नहीं है, उसके बावजूद अभिभावकों से पूरी फीस वसूल करने पर आमादा हैं। अभिभावकों को परेशान किया जा रहा है। छात्रों को परेशान किया जा रहा है। प्रशासन और सरकार इन मुद्दों पर आंखें बंद करके बैठे हुए हैं।

अभिभावकों ने की धक्कामुक्की: वाइस प्रिंसिपल एस्टर पब्लिक स्कूल
एस्टर पब्लिक स्कूल की वाइस प्रिंसिपल ने हमारी टीम से बात करते हुए बताया कि हमनें किसी भी अभिभावक को स्कूल के बाहर नही रोका था। अभिभावक खुद ही बाहर खडे़ हुए थे। उन्होंने बताया कि करीब 45 अभिभावक थे। उन्होंने अभिभावकों से मुलाकात की है और परेशानियों के बारे में सुना है। भारत में इस समय कोरोना का कहर चल रहा है। फिर भी अभिभावकों की इतनाी संख्या एक साथ आना काफी खतरनाक है। लेकिन उन्होंने फिर भी कोविड के कहर में उनसे बातचीत की है। 

स्कूल की वाइस प्रिंसिपल ने बताया कि हमने पुलिस को सूचना नही दी थी। अगर हम पुलिस को सूचना देते तो अभिभावक स्कूल परिसर में हंगामा नही कर पाते, हमें अभिभावकों से कोई परेशानी नही है। हमने सभी की बातों को ध्यानपूर्वक सुना है।

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