Tricity Today | बिल्डर ने वेतन नहीं दिया तो सोसायटी स्टाफ भूख हड़ताल पर
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के बिल्डर जो ना करें वह कम ही है। लॉकडाउन पीरियड के दौरान भी बिल्डरों की कारगुजारी का खामियाजा निवासियों को भुगतना पड़ रहा है। किसी हाउसिंग सोसाइटी में बिजली गुल है। कहीं मेंटेनेंस चार्ज बढ़ाकर निवासियों की नाक में दम किया जा रहा है। कई हाउसिंग सोसायटी ऐसी हैं, जहां सुरक्षाकर्मियों, सफाई कर्मियों और स्टाफ को सैलरी नहीं मिल रही है। अब ग्रेटर नोएडा वेस्ट की ला रेजिडेंशिया हाउसिंग सोसाइटी में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है।
पिछले 4 दिनों से ला रेजिडेंशिया हाउसिंग सोसाइटी में साफ-सफाई बंद है और कूड़े के ढेर लग गए हैं। दरअसल, हाउसिंग सोसायटी का हाउसकीपिंग स्टाफ भूख हड़ताल पर चला गया है। स्टाफ को बिल्डर ने सैलरी नहीं दी है। जिसके चलते वह काम नहीं कर रहे हैं। सोसाइटी में कूड़े के ढेर लग गए हैं। एक तरफ जहां रसिडेंट्स कूड़े की समस्या से परेशान हैं, वहीं हाउस कीपिंग स्टाफ सैलरी न मिलने से भूख हड़ताल पर चला गया है।
ला रेजिडेंशिया हाउसिंग सोसायटी में रहने वाले सुमित बैसोया ने बताया कि पिछले 4 दिनों से हाउसिंग सोसाइटी का बुरा हाल है। हाउसकीपिंग स्टाफ काम नहीं कर रहा है। पूरी सोसाइटी में गंदगी फैल गई है। साफ-सफाई नहीं हो रही है। लोगों को कूड़े के ढेर के साथ रहना पड़ रहा है। अब रविवार की सुबह से हाउसकीपिंग स्टाफ ने भूख हड़ताल शुरू की है। सारा स्टाफ कॉमन एरिया में धरने पर बैठा हुआ है। इन लोगों का कहना है कि बिल्डर ने उन्हें सैलरी नहीं दी है। यह लोग सैलरी मांग मांगकर थक चुके हैं। अब मजबूरन हड़ताल करनी पड़ी है।
दूसरी ओर सोसयटी के लोग बिल्डर से सम्पर्क करने के लिए बार-बार फोन कर रहे हैं लेकिन बिल्डर या उनका कोई कर्मचारी न फ़ोन उठा रहा है और न ही कोई प्रतिक्रिया दे रहा है। ट्राइसिटी टुडे ने भी बिल्डर उनके मेंटेनेंस डिपार्टमेंट से बात करने की कोशिश की लेकिन कोई बात करने के लिए तैयार नहीं हुआ।
दूसरी ओर हाउसकीपिंग स्टाफ के सदस्यों का कहना है, "हम लोग पिछले 3 दिनों से हड़ताल पर हैं। रोजाना सोसाइटी में धरना दे रहे हैं। बिल्डर और उसके मेंटेनेंस डिपार्टमेंट के लोगों से बात करने की कोशिश कर रहे हैं। कोई हमसे बात नहीं करना चाहता है। हमारी सैलरी नहीं देना चाहता है। अब मजबूर होकर रविवार को चौथे दिन हम लोग भूख हड़ताल पर बैठ रहे हैं। जब तक बिल्डर हमारी बात नहीं सुनेगा और हमारा वेतन नहीं देगा, तब तक हम लोग ना तो खाना खाएंगे और ना पानी पिएंगे।"
कर्मचारी भूख हड़ताल में रख रहे सोशल डिस्टेंशिंग का पूरा ख्याल
इस विरोध प्रदर्शन और भूख हड़ताल की एक सबसे बड़ी खासियत यह है कि पूरा स्टाफ बाकायदा नियमों का पालन कर रहा है। सारे कर्मचारी सोशल डिस्टेंसिंग पर अमल कर रहे हैं। महिला और पुरुष कर्मचारी मास्क पहने हुए हैं। कॉमन एरिया में बैठे हैं और एक दूसरे के बीच 2 गज की दूरी बनाए हुए हैं। यह लोग न तो नारेबाजी कर रहे हैं और ना हंगामा काट रहे हैं। इन लोगों का कहना है कि हमारा विरोध प्रदर्शन पूरी तरह प्रतीकात्मक है। हम सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन करेंगे। रोजाना सोसाइटी में नियत समय पर आएंगे और छुट्टी के समय ही वापस जाएंगे। लॉकडाउन पीरियड के दौरान शायद यह अपनी तरह का अनोखा और पहला विरोध प्रदर्शन है।
दूसरी ओर हाउसिंग सोसाइटी के निवासी सफाई नहीं होने और कूड़ा फैल जाने से परेशान हैं, लेकिन उनका सपोर्ट सफाई कर्मचारियों के साथ है। सोसाइटी के निवासी कहते हैं, इन लोगों की कोई गलती नहीं है। जब यह कर्मचारी अपनी ड्यूटी पूरी शिद्दत के साथ निभा रहे हैं तो बिल्डर की जिम्मेदारी बनती है कि वह इन्हें ठीक समय पर सैलरी का भुगतान करें। इस लॉकडाउन के वक्त हर आदमी को पैसे की जरूरत है। अगर इन्हें समय पर वेतन नहीं मिलेगा तो अपना परिवार कैसे चलाएंगे। ला रेसिडेंसिया और उसके भविष्य का तो ईश्वर ही मालिक है।