राकेश टिकैत समेत सैकड़ों किसानों ने कड़ाके की ठंड में गाजियाबाद-दिल्ली बॉर्डर पर डाला डेरा, हाईअलर्ट पर पुलिस

राकेश टिकैत समेत सैकड़ों किसानों ने कड़ाके की ठंड में गाजियाबाद-दिल्ली बॉर्डर पर डाला डेरा, हाईअलर्ट पर पुलिस

राकेश टिकैत समेत सैकड़ों किसानों ने कड़ाके की ठंड में गाजियाबाद-दिल्ली बॉर्डर पर डाला डेरा, हाईअलर्ट पर पुलिस

Google Image | राकेश टिकैत समेत सैकड़ों किसानों ने कड़ाके की ठंड में गाजियाबाद-दिल्ली बॉर्डर पर डाला डेरा

दिल्ली कूच की जिद पर अड़े भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता और सैकड़ों किसानों ने गाजियाबाद में यूपी गेट पर डेरा डाल दिया है। सैकड़ों किसान बॉर्डर पर ही कड़ाके की ठंड के बीच रात बिताएंगे। खाने का इंतजाम हो चुका है। राकेश टिकैत ने साफ कहा है कि वह दिल्ली जाकर रहेंगे। जंतर मंतर पर धरना देंगे। अगर सरकार ने दिल्ली में नहीं जाने दिया तो उनका आंदोलन नहीं बॉर्डर पर चलेगा। तीन कानूनों का विरोध करते हुए देशभर के किसानों ने दिल्ली चलो आंदोलन का आह्वान किया है। जिसके अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों से किसानों को दिल्ली नहीं जाने दिया जहा है। ऐसे में गाजियाबाद जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। 

शनिवार की दोपहर मेरठ से अच्छी संख्या में भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता दिल्ली की तरफ आगे बढ़ रहे थे। गाजियाबाद में दुहाई पर किसानों को काफिले में शामिल होना था। इसके तहत दुहाई पर ईस्टर्न पेरिफेरल के पास किसान जुटने शुरू हुए और भाकियू का काफिला यहां से विशाल होकर दिल्ली की तरफ बढ़ गया। दुहाई पर राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत करीब 15 मिनट रूके भी और किसानों से बातचीत की। 

दुहाई पर मोदीनगर, मुरादनगर, सदरपुर सहित अन्य गांवों से भाकियू कार्यकर्ता और किसान एकत्रित हुए। सुरक्षा व्यवस्था के लिए सुबह से ही पुलिस बल यहां तैनात था। करीब 12 बजे किसानों का दुहाई पर आना शुरू हुआ। ट्रैक्टर-ट्रॉली, कार, बाइक सहित अन्य साधनों से किसान धीरे-धीरे जुटना शुरू हुए और कृषि बिल के विरोध में नारेबाजी करने लगे। भाकियू के प्रांतीय उपाध्यक्ष राजवीर सिंह चौधरी किसानों की अगुवाई कर रहे थे। बाद में भाकियू युवा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष गौरव टिकैत भी यहां पर पहुंच गए। करीब दो बजे मेरठ से भाकियू का काफिला दुहाई पर पहुंचा और 15 मिनट बाद यहां से रवाना हुआ। 

इसके बाद राजनगर एक्सटेंशन, मेरठ रोड तिराहे से भी आसपास के गांवों से किसान काफिले में शामिल हुए और दिल्ली की तरफ आगे बढ़े। जोश से लबरेज किसान बस अपने हक की आवाज के लिए जी-जान से जुटने के लिए तैयार थे। खासतौर से दिल्ली और गाजियाबाद का यूपी गेट हमेशा से ही संवेदनशील रहा है। यहां भी गाजियाबाद की तरफ पुलिस के जवान मुस्तैद हैं। तो वहीं बॉर्डर पर ही दिल्ली की तरफ दिल्ली पुलिस भी पूरी तरह मुस्तैद है। 

इस दौरान यूपी बॉर्डर छावनी में तब्दील दिखा। दिल्ली-गाजियाबाद के यूपी बॉर्डर को संवेदनशील मानते हुए प्रशासनिक अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। जिससे बॉर्डर पर किसी तरह की गड़बड़ी ना हो सकें। सुरक्षा की दृष्टि से गाजियाबाद में प्रशासनिक अधिकारियों को जानकारी मिलने के बाद सेक्टर स्कीम लागू की गई है। संवेदनशील इलाकों में बड़ी संख्या में स्थानीय पुलिस और आरएएफ के अलावा पीएसी के जवान भी तैनात किए गए हैं।

इस मामले की जानकारी देते हुए एडीएम सिटी शैलेंद्र कुमार सिंह और एसपी सिटी अभिषेक वर्मा ने बताया कि आज किसानों के द्वारा दिल्ली कूच का ऐलान किया गया है, जिसे गंभीरता से लेते हुए जनपद में जिलाधिकारी के आदेश पर सेक्टर स्कीम लागू की गई है । हर सेक्टर में मजिस्ट्रेट भी मौजूद हैं। सुरक्षा की दृष्टि से भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि वह किसी भी हाल में माहौल खराब नहीं होने देंगे। प्रशासन हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार है।

गौरतलब है कि कल किसानों ने विभिन्न स्थानों पर सांकेतिक चक्काजाम कर चेतावनी दी थी कि 24 घंटे बाद दिल्ली कूच किया जाएगा। जिसके लिए मेरठ से होकर मोदीनगर होते हुए यूपी गेट तक किसानों का जमावड़ा देखा जाएगा। ऐसी स्थिति में जिला प्रशासन ने मुस्तैदी के साथ रणनीति बनाई और अब व्यापक सुरक्षा प्रबंधों के साथ बारीकी से जनपद के चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है। तहसील मोदीनगर के सामने चक्का जाम के बाद प्रशासन हरकत में आया। गाजियाबाद से मेरठ जाने वाले वाहनों को मुरादनगर नहर पुल से गंगनहर पटरी की ओर डायवर्ट कर दिया गया। जिस कारण गंगनहर पटरी पर भी जाम लग गया। इसके चलते गंगनहर पटरी पर निवाड़ी पुल से लेकर मुरादनगर पुल तक 12 किलोमीटर लंबी लाइन लगी रही। 

इसके अलावा मेरठ से गाजियाबाद जाने वाले वाहनों को मोहिउद्दीनपुर से खरखौदा मार्ग के लिए वाहनों को डायवर्जन किया गया। इसके बाद भी राहगीरों को कोई राहत नहीं मिली। दरअसल, 27 नवंबर को काफी संख्या में शादी थीं। जिसके चलते सुबह से ही लोग इसमें शामिल होने के लिए अपने गंतव्य के लिए निकल पड़े। लेकिन चक्का जाम शादी में जाने वाले लोगों के खलल बनकर सामने आया। यूपी गेट बॉर्डर पर किसानों के पहुंचने की सूचना के चलते शुक्रवार को सुबह से ही सुरक्षा बल एहतियात के तौर पर तैनात रहे।

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