Tricity Today | चंद्रशेखर धरमराजन, नव्या और अनिकेत दास
अकसर बोर्ड के टॉपर से बात होती है तो इंजीनियर और सिविल सर्वेंट बंनकर कैरियर बनाने की बात छात्र-छात्राएं कहते हैं, लेकिन इस बार के टॉपर कुछ अलग ही अंदाज में नजर आ रहे हैं। कोई वकील बनकर अन्याय के खिलाफ लड़ना चाहता है तो किसी का मकसद अर्थशास्त्री बनकर देश की अर्थव्यवस्था को गति देना है। कई छात्र तो डॉक्टर बनकर देहात में काम करना चाहते हैं। एक छात्र ने संस्कृत में पूरे 100 अंक हासिल किए हैं। अब वह आगे साइंस पढ़ेंगे और हायर स्टडीज में संस्कृत और साइंस को मिलाकर रिसर्च करेंगे।
हम आपको नोएडा के एमिटी इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा नव्या के बारे में बताने जा रहे हैं। नव्या ने न केवल एमिटी इंटरनेशनल स्कूल में सर्वाधिक अंक हासिल किए हैं, बल्कि वह गौतम बुध नगर जिले की भी टॉपर हैं। नव्या वकील बनकर अन्याय के खिलाफ जंग छेड़ना चाहती हैं। एमिटी इंटरनेशनल स्कूल में नव्या एस रस्तोगी ने स्कूल में सबसे ज्यादा अंक लाकर अपने पापा संजीव रस्तोगी का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है। नव्या की उनकी मम्मी शिल्पी रस्तोगी पढ़ाई में बहुत मदद की। नव्या को हिंदी, एसएसएसटी में 100 और इंगलिश, मैथ, सांइस में 99 नम्बर मिले हैं।
स्कूल का दावा है कि नव्या 99.4% प्रतिशत नम्बर के साथ स्कूल ही नहीं गौतमबुद्ध नगर में सबसे ज्यादा नम्बर लाई हैं। नव्या आगे की पढ़ाई कामर्स से करेंगी। इसके अलावा वह भविष्य में वकील बनकर अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएंगी। नव्या के पिता संजीव एक चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं। नव्या दिल्ली के पड़पडगंज की रहने वाली हैं।
एमिटी में दूसरे स्थान पर आने वाले अनिकेत दास भौचक्के रह गए
एमिटी इंटरनेशनल स्कूल के अनिकेत दास ने 99.2 प्रतिशत नम्बर लेकर स्कूल में सेंकेंड रैंक हासिल की है। यह खबर आने के बाद से अनिकेत के परिवार में जश्न का माहौल है। मम्मी-पापा खुशियां मना रहे हैं। अनिकेत की मां, बेटे के साथ स्कूल पहुंच गईं। अनिकेत बताते हैं कि वह आगे चलकर इंजीनियर बनेंगे। अनिकेत का कहना है कि स्कूल और सहपाठियों से रिजल्ट के बारे में जानकारी मिली। मैं स्कूल में दूसरी रैंक पर आया हूं। पहले तो मुझे भरोसा नहीं हुआ। लगा यह फेक न्यूज़ है, लेकिन जब मैंने सीबीएसई की वेबसाइट पर जाकर अपना रिजल्ट देखा और इतने अच्छे नंबर आए तो सन्न रह गया। अनिकेत बताते हैं कि परीक्षा के दौरान सोशल मीडिया पर एक्टिव था। मैंने अपने सारे गेम डिलीट कर दिए थे। इस पूरे साल में ने मोबाइल पर कोई गेम नहीं खेला।
नोएडा के एमिटी इंटरनेशनल स्कूल में तीसरे स्थान पर चंद्रशेखर धरमराजन रहे हैं। चंद्रशेखर को 98.6 मार्क्स मिले हैं। स्कूल मैनेजमेंट ने बताया कि उनके यहां 51 छात्र ऐसे हैं, जिन्हें 95 फ़ीसदी से ज्यादा नंबर मिले हैं। जबकि 46 छात्राओं को 95% से ज्यादा नंबर मिले हैं।