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भारत में बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों के बीच कोरोना की जांज नीति में एक बार फिर से बदलाव किया गया है। भारत ने अब कोविड-19 के लिए टेस्टिंग ऑन डिमांड की इजाजत दे दी है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने कोविड-19 जांच रणनीति के लिए परामर्श जारी की है, जिसमें व्यक्ति की मांग पर संक्रमण की जांच करने की अनुमति दी गई है। हालांकि, राज्यों को अपने विवेकाधिकार के आधार पर इसमें संशोधन करने की अनुमति भी दी गई है।
आईसीएमआर ने देशों या भारतीय राज्यों में प्रवेश के दौरान कोविड-19 निगेटिव रिपोर्ट होना अनिवार्य किये जाने के मद्देनजर सभी व्यक्तियों को मांग के आधार पर जांच कराने का सुझाव दिया है।
आईसीएमआर ने शुक्रवार को 'भारत में कोविड-19 जांच रणनीति परामर्श (चौथा संस्करण) जारी किया। इसमें कहा गया है कि राज्य मांग के अनुरूप जांच और नियम कायदों में बदलाव कर सकते हैं। इसमें यह भी सलाह दी गई है कि निषिद्ध क्षेत्र में रह रहे 100 प्रतिशत लोगों की रैपिड एंटीजन जांच की जानी चाहिए, खासतौर पर उन शहरों में जहां बड़े पैमाने पर संक्रमण फैला है। आईसीएमआर ने जोर दिया कि जांच नहीं होने के आधार पर आपात सेवा में देरी नहीं जानी चाहिए और गर्भवती महिला को जांच की सुविधा नहीं होने के आधार पर रेफर नहीं किया जाना चाहिए।
परामर्श में कोविड-19 जांच की मौजूदा सिफारिशों का विस्तार किया गया है और चार भागों - निषिद्ध क्षेत्र में नियमित निगरानी, प्रवेश बिंदुपर जांच, गैर निषिद्ध क्षेत्र में नियमित निगरानी, अस्पतालों की स्थापना और मांग पर जांच- में बांटा गया है और प्राथमिकता के आधार पर जांच के प्रकार (आरटी-पीसीआर, ट्रूनेट या सीबनैट और रैपिड एंटीजन जांच) को सूचीबद्ध करने को कहा गया है।
आईसीएमआर ने कहा कि आरटी-पीसीआर/ट्रूनेट/सीबीनैट की एक ही जांच संक्रमण की पुष्टि के लिए होनी चाहिए, कोविड-19 मरीज देखभाल केंद्र और अस्पताल से छुट्टी दिए जाने बाद दोबारा जांच की जरूरत नहीं है। आईसीएमआर के मुताबिक रैपिड एंटीजन जांच की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद लक्षण सामने आते हैं तो दोबारा रैपिड एंटीजन जांच या आरटी-पीसीआर जांच की जानी चाहिए।
भारत में कोरोना वायरस की रफ्तार थमने की बजाय बढ़ती ही जा रही है। ये आंकड़ा 40 लाख को पार कर चुका है। देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के रिकॉर्ड 86432 नए मामले सामने आए हैं। वहीं कुल 1089 मौतें दर्ज की गईं। कुल 8,46,395 सक्रिय मामलों सहित ये संख्या 40,23,179 हो गई है। 31,07,223 लोग रिकवर हो चुके हैं जबकि मरने वालों की कुल संख्या 69,561 हो गई है।इससे पहले शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना वायरस के 83,341 नए पॉजिटिव केस दर्ज किए गए, वहीं 1,096 मरीजों की मौत हो गई। वहीं कोरोना टेस्ट की बात करें तो 3 सितंबर को 11,69,765 कोरोना सैंपल की जांच हुई।
40 लाख से अधिक मामलों के साथ भारत अब पूरे विश्व में दूसरे स्थान के करीब पहुंच गया है। संक्रमण के मामले में अमेरिका पहले और ब्राजील दूसरे स्थान पर है। वैश्विक महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना से संक्रमित होने वालों की संख्या 61 लाख को पार कर 6149289 पर पहुंच गई है और अब तक 186786 लोगों की इससे जान जा चुकी है।