Tricity Today | नोएडा में जन आंदोलन बन गया हर घर से रोटी अभियान, रोज एकत्र हो रहीं 30 हजार रोटियां
अंतराष्ट्रीय मजदूर दिवस में जहां हम सब मजदूरों के वर्किंग कंडीशन को बेहतर और उनके जीवन को सुगम बनाने के लिए मनाते हैं, वहीं दूसरी तरफ आज नोएडा में लाखों मजदूर न चाहकर भी घर में बन्द रहने के लिए मजबूर हैं। आसपास सारे कार्य ठप हैं। उनकी हर दिन की आमदनी बन्द हो गई है। उन्हें हर दिन 2 टाइम का खाना मिल जाए, यह एक चुनौती से कम नहीं है।
नोएडा प्राधिकरण के वरिष्ठ प्रबंधक मुकेश वैश्य का कहना है, सीईओ ऋतु माहेश्वरी के मार्गदर्शन में नोएडा की सारी टीम लगातार बिना रुके दिन-रात एक करके इन मजदूरों का ध्यान रख रही है। उनके खाने की व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए एक ही लक्ष्य है, कोई भूखा न सोये। प्राधिकरण के 400 से ज्यादा कर्मचारी और अधिकारियों की टीम विभिन्न विभाग जैसे चिक्तिसा, जल, सिविल, इलेक्ट्रिकल, सफाई के लोग लगे हुए हैं। नोएडा प्राधिकरण की 5 कम्युनिटी किचन के जरिए हर रोज 1.20 लाख लोगों को भोजन मुहैया करवा रहे हैं। 15,000 से ज्यादा लोगों को मील्स ओन वव्हील्स Noida Entrepreneurs Association के माध्यम से भोजन दिया जा रहा है।
मुकेश वैश्य कहते हैं, दूसरी तरफ शहर की 7X हाउसिंग सोसाइटीज ने काम शुरू किया, वह कम्युनिटी कोऑपरेशन के लिए मिसाल बन गया है। इन सोसायटी के निवासियों ने एक रोटी बैंक की स्थापना की है। 12 अप्रैल 2020 को पहले दिन 400 रोटियां इकट्ठा की गयी थी। अब रोजाना सोसायटी से रोटियां कम्युनिटी किचन आती हैं। शुक्रवार को 20वें दिन तक इस रोटी बैंक से 35 से ज्यादा सोसाइटी के सैकड़ों परिवार जुड़ चुके हैं। अभी तक 3 लाख से ज्यादा रोटी दी जा चुकी हैं।
इस सहज और सरल माध्यम, जिसमें हर घर के किचन को कम्युनिटी किचन से जोड़ने का अभिनव प्रयास किया गया है, बहुत सफल रहा है। इस रोटी बैंक की कामयाबी का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि अब हर दिन 30,000 से ज्यादा रोटियां एकत्रित करके 50 से ज्यादा वाहनों के जरिए नोएडा के पांचों कम्युनिटी किचन में दी जाती हैं। लगभग हर दिन 1.2 लाख से ज्यादा 81 गांवों में रहने वाले मजदूरों का पालन पोषण हो रहा है। बस एक ही लक्ष्य है, कोई भूखा न सोये और हर घर से रोटी आए।
मुकेश वैश्य कहते हैं, मजदूर दिवस पर इससे ज्यादा अच्छी सेवा नही हो सकती है। कुछ दिन पहले शुरू हुई हर घर से रोटी की शुरुआत आज एक जन आंदोलन बन गया है। जिसकी सफलता का श्रेय नोएडा की 35 से ज्यादा हाउसिंग सोसाइटी के रेसिडेंट्स, उनकी घर की महिलाएं और प्राधिकरण की टीम को जाता है। हर दिन इन रोटियों से 5000 से ज्यादा लोगो को भोजन दिया जाता है।