Google Image | मृतक दम्पत्ति (File Photo)
ग्रेटर नोएडा वेस्ट की चेरी काउंटी हाउसिंग सोसायटी में कारोबारी दम्पत्ति की हत्या करने वाले तक पुलिस पहुंच गई है। पुलिस ने हत्यारे की पहचान कर ली है। सिरफिरे ने मामूली सी बात पर कारोबारी दंपति को मौत के घाट उतार दिया। हत्यारा वारदात को अंजाम देने के बाद काफी देर फ्लैट में रहा। सीसीटीवी फुटेज और एक जूते ने हत्यारोपी की पहचान करवाई है। ट्राइसिटी टुडे ने पहले ही जानकारी दी थी कि कारोबारी विनय गुप्ता और उनकी पत्नी को किसी जानने वाले ने मारा है।
बिसरख पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक हत्या करने वाले ने 15 मिनट में इस वारदात को अंजाम दिया है। वह नीले रंग की शर्ट पहनकर आया था। आराम से विनय गुप्ता के घर में दाखिल हुआ और दोहरे हत्याकांड को अंजाम देकर चला गया। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार की आधी रात 12:15 बजे हत्यारोपी चेरी काउंटी हाउसिंग सोसायटी में दाखिल हुआ था। करीब 15 मिनट में उसने घटना को अंजाम दिया। वह 12:30 बजे सोसायटी से बाहर निकल गया। घटनास्थल से पुलिस को एक जूता मिला। इससे ही हत्यारोपी की पहचान हुई है। वह सोसायटी में प्रवेश करते हुए और निकास, दोनों समय सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ है।
सीसीटीवी से हुई हत्यारोपी की पहचान
पुलिस को हत्यारोपी के सीसीटीवी फुटेज मिल गए हैं। युवक की पहचान अमन के रूप में हुई है। वह कारोबारी विनय गुप्ता की दुकान पर बतौर सहायक नौकरी करता था। कुछ दिन पहले विनय गुप्ता ने अमन को किसी बात पर डांट दिया था। इसके बाद आमन विनय के प्रति चिढ़ रखने लगा था। वह मंगलवार की आधी रात में सोसायटी में आया। गेट पर सुरक्षा गार्डों ने उसको नहीं रोका। दरअसल, अमन तमाम बार विनय गुप्ता के घर आता-जाता रहता था। दुकान और फ्लैट की दूरी महज 50 मीटर है। ऐसे में कई बार अमन किसी काम से या फिर सामान लेने-देने के लिए फ्लैट पर आता-जाता था। मंगलवार की देर रात भी अमन ने सुरक्षाकर्मियों को बताया कि फ्लैट पर सामान देना है।
बेटे और बहू का रो रोकर बुरा हाल
इस दोहरे हत्याकांड के बाद कारोबारी के बेटे कुश और बहू का रो-रोकर बुरा हाल है। कुश की पत्नी के हाथों में मेंहदी लगी थी। आंखों में आंसू थे। दोनों बिसरख कोतवाली में बयान दर्ज कराने पहुंचे थे। दूसरी ओर हाउसिंग सोसायटी के लोगों ने बताया कि विनय गुप्ता बेहद सरल स्वभाव के व्यक्ति थे। वह हमेशा लोगों से उनका हाल-चाल पूछते रहते थे। उनकी हत्या की जानकारी मिलने के बाद सहारनपुर, गाजियाबाद और मेरठ से बड़ी संख्या में लोग ग्रेटर नोएडा पहुंच गए। वह लंबे समय तक गाजियाबाद में रहे थे। गाजियाबाद से उनके कई मित्र भी ग्रेटर नोएडा पहुंचे। विनय गुप्ता ने गाजियाबाद में नगर निगम का चुनाव भी लड़ा था।