ऑफिस-घर में भगवान की रोजाना करते हैं पूजा तो इस चीज का न करें इस्तेमाल, सूर्य, मंगल और राहु तीनों होंगे प्रभावित

भगवान की रोजाना ऑफिस-घर में भगवान की रोजाना करते हैं पूजा तो इस चीज का न करें इस्तेमाल, सूर्य, मंगल और राहु तीनों होंगे प्रभावित

ऑफिस-घर में भगवान की रोजाना करते हैं पूजा तो इस चीज का न करें इस्तेमाल, सूर्य, मंगल और राहु तीनों होंगे प्रभावित

Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो

- अगरबत्ती या धूप बत्ती के इस्तेमाल के बाद फैलने वाली खुशबू की वास्तु दोष या कुंडली के ग्रहों को सीधे करती है प्रभावित रहे सतर्क
- पूजन के बाद घर या ऑफिस में उड़ने वाली खुशबू से शरीर में मौजूद अनाहत चक्र होता है प्रभावित, आज्ञा चक्र में भी आती है ऊर्जा

ऑफिस और घर में रोजाना पूजन किया जाना आम बात है। अक्सर पूजन के दौरान हम ऐसी छोटी-छोटी गलतियां कर देते हैं जिससे घर में वास्तु दोष लगने के साथ ही परिवार के सदस्यों की कुंडली में सूर्य राहु और मंगल भी नकारात्मक प्रभाव देने लगते हैं। इससे पूजन खंडित होने की वजह से उसका असर कम होने लगता है।

ज्योति लाचार औरत कर्मकांड विशेषज्ञ पारस कृष्ण तिवारी ने जानकारी दी कि पूजन के दौरान अगरबत्ती या दो बत्ती चलाया जाना आम बात है। आधुनिक युग में अगरबत्ती का धूपबत्ती के बहुत सारे खुशबू वाले उत्पाद बाजार में मौजूद है। ऐसी स्थिति में जातक खुशबू की वजह से अगरबत्ती और धूपबत्ती का अत्याधिक सेवन करता है। हमारे वेद और शास्त्रों में खुशबू का विशेष महत्व है। ऐसी स्थिति में बहुत ही अच्छी पूजन सामग्री है जिस से निकलने वाली खुशबू नकारात्मक फल देने के साथ ही घर में वास्तु दोष भी लेकर आती है। इस तरह की पूजन सामग्रियों को वेद और शास्त्रों में भी पूजन के लिए वर्जित माना है।

ऐसे पड़ता है असर

ज्योतिषाचार्य मानते हैं कि स्कंद पुराण के अनुसार पूजन के दौरान हमारे शरीर की कुंडलिनी जागृत प्रक्रिया पर भी असर होता है। इसमें पूजन के दौरान उड़ने वाली महक का भी विशेष योगदान है। विभिन्न तरह की महक से अनाहत चक्र प्रभावित होता है। अनाहत चक्र को जब वातावरण में उड़ने वाली महक संकेत देती है तो शरीर में मौजूद ऊर्जा चक्र प्रभावित होता है।

बांस और तुलसी की महक वर्जित

ज्योतिषाचार्य मानते हैं कि पूजन के दौरान बांस का प्रयोग किसी भी सूरत में नहीं करना चाहिए। इसके अलावा कई लोग तुलसी के महत्व को देखते हुए उसकी महक की अगरबत्ती या धूपबत्ती का भी प्रयोग करते हैं। ऐसी स्थिति में तुलसी को जलाने के बाद उड़ने वाली महक घर में भयंकर वास्तुदोष लेकर आती है। इसके अलावा कुंडली में राहु सूर्य मंगल जैसे क्रोधी ग्रह अपना नकारात्मक प्रभाव भी घर में मौजूद सदस्यों के ऊपर छोड़ने लगते हैं। तुलसी का प्रयोग पूजन में हमेशा पत्ती के रूप में करना चाहिए। उसकी महक के लिए उसका प्रयोग अगरबत्ती या तो पति के रुप में किया जाना वर्जित है। किसी तरह पूजन में बांस का भी जलाया जाना अशुभ माना गया है।

यह होती है हानि

अगरबत्ती या धूपबत्ती में यदि बांस लगा हुआ है तो धूपबत्ती अगरबत्ती के बाद अंत में वह भी जलने लगता है। ऐसी स्थिति में पूजन सामग्री खरीदते समय यह ध्यान देना चाहिए कि बगैर बांस युक्त अगरबत्ती या दो बत्ती का इस्तेमाल किया जाए। इसी तरह तुलसी की महक वाली अगरबत्ती और धूपबत्ती पूजन में जलाए जाने से बचना चाहिए। यदि ऐसा होता है तो घर में धन संबंधी हानि होने लगती है। परिवार के सदस्यों के बीच में छोटी-छोटी बातों को लेकर झगड़े या तनाव उत्पन्न हो जाता है जिसका असर सीधे व्यापार या फिर रोजगार पर भी पड़ता है। घर के छोटे बच्चे नकारात्मक ऊर्जा से घेरकर पढ़ाई से दूर हो जाते हैं और झगड़ालू प्रवती उनके भीतर घर कर जाती है।

पूजन में इन महक का करे प्रयोग

पूजन के दौरान गूगल और लोबान को ऊर्जा शक्ति को जागृत करने वाली महक माना गया है। गूगल और लोबान कब पूजन में प्रयोग करने से पित्र दोष संबंधी कुंडली में भी सकारात्मक प्रभाव आता है। इसके अलावा राहु सूर्य और मंगल को कुंडली में मजबूत और सकारात्मक प्रभाव देने के लिए भी गूगल और लोबान की महक सर्वोत्तम मानी गई है।

केवड़ा गुलाब और केसर

पूजन के दौरान केवड़ा गुलाब और केसर की महक वाली धूपबत्ती अगरबत्ती को भी सर्वोत्तम माना गया है। पूजन के दौरान यह तीन महक वाली अगरबत्ती का धूपबत्ती का इस्तेमाल करने से घर में धन संबंधी लाभ होता है। इसके अलावा मंगल ग्रह को कुंडली में मजबूत करने में भी सहायता मिलती है।

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