Tricity Today | नोएडा में हाउसिंग सोसायटी ने मेड के लिफ्ट यूज करने पर लगाई पाबन्दी
बिहार की मूल निवासी रंजना अभी नोएडा में रहकर किसी तरह अपने परिवार का पेट पाल रही हैं। वह घरों में चौका-बर्तन करती हैं और लोगों का खाना पकाकर अपनी गुजर-बसर का इंतजाम कर रही हैं। रंजना सेक्टर-48 की एल्डिको आनंदा हाउसिंग सोसायटी में 7वीं मंजिल पर एक फ्लैट में खाना बनाने का काम करती हैं। शुक्रवार को जब वह सोसाइटी में काम करने आईं और सातवीं मंजिल पर जाने के लिए लिफ्ट के पास पहुंची तो वहां मौजूद गार्ड ने उनको लिफ्ट का प्रयोग करने से मना कर दिया। इसके बाद रंजना सीढ़ियों के सहारे 7वीं मंजिल पर किसी तरह पहुंची।
नोएडा की पॉश सोसायटी #AnandaSector48 का अमानवीय चेहरा।
— Sakshi Joshi (@sakshijoshii) May 22, 2020
कोरोना से लड़ने की आड़ में क्या हम ग़रीबों पर अपनी अमीरियत, दलित/पिछड़ा वर्ग पर अपनी ऊँची जाति का रसूख़ झाड़ेंगे?#DomesticHelp को सीढ़ियाँ चढ़नी होंगी लिफ़्ट उनके लिए नहीं है ! @noidapolice @dmgbnagar @myogiadityanath pic.twitter.com/tS3ezDj6Am
भावुक रंजना को यह बात नागवार गुजरी और उन्होंने कहा, "लिफ्ट का प्रयोग ड्राइवर कर सकते हैं तो हमें क्यों नहीं करने दिया जा रहा है। ये तो गलत है। इतनी सीढ़ियों को चढ़ने के बाद पैर में असहनीय दर्द होता है। ऐसे में काम नहीं किया जाता है। दिक्कत बढ़ रही है क्या करें?"
आखिर यह मामला क्या है? इसके बारे में सोसायटी की एक रेजिडेंट का कहना है कि सोसयटी की आरडब्ल्यूए की ओर से मेड को लिफ्ट का प्रयोग नहीं करने देने को कहा गया है। सोसायटी में रहने वाली एक मीडियाकर्मी ने मेड का भावुक विडियो पोस्ट किया है। इसके बाद यह विडियो सोशल साइट पर खूब वायरल हुआ।
ट्वीटर यूजर्स ने ऐसे लोगों की जमकर निंदा की। उनको ऐसी दिक्कत के समय में तो कम से कम इंसान बने रहने की सलाह दी। कुछ ने ऐसी सोसायटियों को भी जमकर कोसा। विडियो का संज्ञान लेते हुए नोएडा पुलिस कमिश्नरेट के ट्विटर हैंडल से कहा गया कि सेक्टर-49 थाना प्रभारी को कार्रवाई के लिए निर्देश दे दिए गए हैं।
कोरोना वायरस के चलते हुए लॉकडाउन में गरीब तबके के लोगों को तरह-तरह की यातनाएं झेलनी पड़ रही हैं। ऐसा ही इंसानियत को शर्मसार करने वाला एक मामला सेक्टर-48 की एल्डिको आनंदा सोसायटी से सामने आया है। वहां अमीर लोगों की सोसायटी में झाड़ू-पोंछा का काम करने वाली मेड को लिफ्ट का प्रयोग करने से मना कर दिया गया है। हालांकि, इसी लिफ्ट से ड्राइवर समेत सभी लोग ऊपर नीचे आ-जा रहे हैं। सीढ़ियों के सहारे 7वीं मंजिल पर पहुंचने वाली मेड का एक भावुक विडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने मामले का संज्ञान लेते हुए कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
कोरोना के इस दौर ने कई बार कई सोसायटियों के अमानवीय चेहरे दिखाए हैं। जैसे कहीं पत्नी के बीमार होने पर बच्चों की देखभाल के लिए भाई ने बहन को बुलाना चाहा तो उसको अंदर आने से आरडब्ल्यूए ने रोक दिया। कहीं लोगों को जबरन उनके घर में जाने नहीं दिया गया। मुसीबत में फंसी बहन को भाई ग्रेटर नोएडा वेस्ट गाजियाबाद लेने पहुंच गया तो वापस आने पर उसे सोसाइटी वालों ने घुसने नहीं दिया। पुलिस से शिकायत की गई। पुलिस ने किसी तरह बहन-भाई को उनके घर तो भिजवा दिया लेकिन सोसाइटी की आरडब्ल्यूए ने उनके घर पर नोटिस चस्पा कर दिया। जिस पर लिखा गया कि यह लोग होम क्वॉरेंटाइन हैं। इनमें कोरोनावायरस के संक्रमण का खतरा है।
आरडब्ल्यूए ने कहा- हमारा नहीं सोसयटी के निवासियों का फैसला
मामले ने तूल पकड़ा तो आरडब्ल्यूए की ओर से सफाई दी गई है। एल्डिको आनंदा सोसायटी की आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष प्रभात सक्सेना ने कहा, ये आरडब्ल्यूए का फैसला नहीं है। बल्कि रेजिडेंट्स का निर्णय है। दरअसल, इस मुद्दे पर रेजिडेंट्स की वोटिंग हुई थी, जिसमें ज्यादातर रेजिडेंट्स ने इस फैसले पर अपना मत दिया था। उनका कहना था कि मेड सोसाइटी में काम करने आएंगी तो लिफ्ट का उपयोग नहीं करेंगी। दरअसल, वह बाहर से आती हैं। लिफ्ट के बटन कुछ हुए गीतो संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।
डीएम-कमिश्नर ने चेतावनी लेकिन कोई सुधार नहीं
ऐसी शिकायतें बढ़ती देखकर गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई और पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने चेतावनी जारी की थी। अफसरों ने कहा था शहर की रेजिडेंट्स वेलफेयर असोसिएशन और अपार्टमेंट ओनर्स असोसिएशन अपने अलग कानून नहीं बनाएं। पुलिस और प्रशासन की ओर से दिए गए नियमों और निर्देशों का पालन करें। लोगों के लिए सहयोगी बनें। उन्हें परेशानी में नहीं डालें। लेकिन इस चेतावनी का भी शहर के आरडब्ल्यूए और एओए पर कोई असर नहीं हुआ है।