Tricity Today | DM said This facility will start in Greater Noida from Sunday
अब गौतम बुद्ध नगर में कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों के इलाज में तेजी आएगी। दरअसल, अभी तक जिले में कोरोनावायरस के संदिग्ध और संक्रमित लोगों का उपचार शुरू करने के लिए टेस्ट रिपोर्ट का इंतजार करना पड़ता है। यह टेस्ट रिपोर्ट अलीगढ़ लखनऊ या दिल्ली से आती हैं, जिसमें 3 से 5 दिन का समय लग रहा है। लेकिन शनिवार को नोएडा के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोलॉजिकल (NIB) में कोरोनावायरस का टेस्ट शुरू हो गया है। दूसरी ओर रविवार को ग्रेटर नोएडा के राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (GIMS) में यह सुविधा शुरू हो जाएगी।
शनिवार को नोएडा के सेक्टर छह स्थित इंदिरा गांधी कला केंद्र में पत्रकार वार्ता के दौरान गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने यह जानकारी दी है। डीएम ने बताया कि नोएडा के सेक्टर-62 के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोलॉजिकल्स में शनिवार से कोरोना संक्रमित मरीजों की जांच शुरू हो गई है। अब संक्रमितों के जांच के लिए जिले के बाहर नमूनों को नहीं भेजा जाएगा। इसके अलावा ग्रेटर नोएडा के राजकीय आयुविज्ञान संस्थान में भी इस जांच के लिए लैब बनकर तैयार है। रविवार से संक्रमितों के नमूनों की जांच शुरु हो जाएगी।
इंदिरा गांधी कला केंद्र में शनिवार को जिलाधिकारी ने बताया कि संक्रमितों की जांच के लिए जिला प्रशासन और एनआईबी के बीच शनिवार को एक समझौता हुआ है। जिसके तहत अब गौतमबुद्ध नगर के संक्रमितों की जांच एनआईबी की प्रयोगशाला करेंगी। इससे अब जिले के किसी भी संक्रमित की जांच के नमूने मेरठ, अलीगढ़, लखनऊ और दिल्ली जांच केंद्रों को नहीं भेजने पड़ेंगे।
जिलाधिकारी ने बताया कि इसके अलावा जिम्स में 46.22 लाख रुपये और सुपर स्पेकशलिटी चाइल्ड पीजीआई में 65 लाख रुपये से लैब का निर्माण किया जा रहा है। रविवार की शाम तक ग्रेटर नोएडा जिम्स और अगले दो दिनों में चाइल्ड पीजीआई में लैब बनकर तैयार हो जाएंगी। जिसके बाद इन दोनों स्थानों पर भी जांच शुरू होंगी। जिलाधिकारी ने बताया कि अभी तक जिले में ऐसे गंभीर केस नहीं मिले है, जिन्हें वेंटीलेटर पर रखने की जरूरत होती।
जिलाधिकारी ने बताया कि गौतमबुद्ध नगर में मास्क, सेनेटाइजर और दूसरी चीजों की कोई कमी नहीं है। अभी तक नोएडा और ग्रेटर नोएडा में 64 संक्रमित मरीज हैं। इनमें 12 मरीज ठीक हो चुके हैं। इन सभी मरीजों के अंतिम जांच के लिए भेज दिया गया है, इसमें पांच लोगों की पहली जांच के नमूने नकारात्मलक रहे हैं। अब इन लोगों को दोबारा जांच के लिए नमूने भेजे जाएंगे। तब तक इन सभी को 14 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन किया गया है।
पीपीई का उत्पादन करने वाली कंपनियों को काम करने की इजाजत
जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने बताया कि मास्क, दवा, सेनेटाइजर और पर्सनल प्रोटेक्टिजव इक्यूिपमेंट (PPE) का उत्पादन करने वाली कंपनियों को सशर्त अनुमति दी जा रही है। ताकि, गौतमबुद्ध नगर, उत्तर प्रदेश के बाकी जिलों और देश में जरूरी सामानों की कमी न हो। ऐसी कंपनियों को सुनिश्चिजत करना होगा कि अपने कर्मचारियों के लाने और ले जाने के दौरान सामाजिक दूरी का ख्याल रखेंगे।