Google Image | दिल्ली में पकड़ा गया उत्तर प्रदेश का निवासी ईसिस आतंकी अबू यूसुफ
दिल्ली के धौला कुआं के पास मुठभेड़ के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइसेस (IED) के साथ एक ISIS ऑपरेटिव को गिरफ्तार किया है। इस मामले में अब कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। शुरुआती जांच में पता चला है कि आतंकी को इस्लामिक स्टेट के कमांडर्स अफगानिस्तान से कंट्रोल कर रहे थे।
सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार ISIS ऑपरेटिव को इस्लामिक स्टेट द्वारा खुरासान प्रांत (ISKP) के कमांडरों द्वारा अफगानिस्तान से ऑपरेट किया जा रहा था और वह भारत में आतंकी वारदातों की योजना बना रहा था। वह कश्मीर की आईएस संस्थाओं के संपर्क में भी था। उसे जांच के लिए अपने मूल स्थान, बलरामपुर, यूपी ले जाया जा रहा है। इसके साथ ही वह आईएसआईएस ऑपरेटिव इस्लामिक स्टेट के साथ खुरासान प्रांत (आईएसकेपी) के संचालकों के साथ साइबरस्पेस के जरिये भी संपर्क में था।
पहले भी पकड़े गए हैं खुरासान मॉड्यूल के आतंकी
इससे पहले नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर देशभर में जारी विरोध-प्रदर्शनों के दौरान मार्च महीने में भी सुरक्षा एजेंसियों ने दक्षिणी दिल्ली के जामिया नगर से 'खुरासान मॉड्यूल' से जुड़े एक कश्मीरी दंपति सामी और हिना को भी गिरफ्तार किया था।
इसके बाद केंद्रीय खुफिया इकाई के खास ऑपरेशन में इस बात का खुलासा हुआ था कि दिल्ली से लेकर पूरा उत्तर भारत आईएस के 'खुरासान मॉड्यूल' के निशाने पर है। यह मॉड्यूल खासतौर से दिल्ली-एनसीआर सहित पूरे उत्तर भारत में अपनी मजबूत पकड़ बनाने में जुटा है।
खुफिया एजेंसियों की मानें तो आईएस का यह खुरासान मॉड्यूल पिछले तीन वर्षों से दिल्ली को निशाने पर लेने की कोशिश में जुटा है। केंद्रीय खुफिया इकाइयों द्वारों चलाए गए ऑपरेशन के दौरान इस मॉड्यूल से जुड़े कुछ संदिग्धों को दबोच कर उस वक्त इनकी इस नापाक मंशा का खुलासा किया था।
इसके लिए इस सीमापार में बैठे खुरासान मॉड्यूल के आकाओं ने स्पेशल सेल के हत्थे चढ़े इस कश्मीरी दंपति को दिल्ली भेजा था। बीते साल से ही यह दंपति सीएए के विरोध में एक बड़ा देशव्यापी नेटवर्क खड़ा करने में जुटा था।
2018 से आईएस से जुड़ा है सामी
जांच एजेंसियों की मानें तो पकड़ा गया आरोपी सामी इस्लामिक स्टेट के खुरासान विंग से वर्ष 2018 में ही जुड़ा था। वह इस मॉड्यूल के पाकिस्तानी कमांडर हुजैफा अल-बकिस्तानी से जुड़ा था, जिसने कश्मीरी युवाओं को आतंकी समूह में शामिल करने के लिए कट्टरपंथी बनाने के प्रयासों में अहम भूमिका निभाई थी। हालांकि, बकिस्तानी के मारे जाने के बाद भी सामी व उसकी पत्नी के बारे में यह खुफिया सूचना थी कि वह अब भी आईएस नेटवर्क से जुड़े हैं।
जम्मू-कश्मीर का रहने वाला था दंपति
पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपी सामी व उसकी पत्नी हिना मूल रूप से जम्मू-कश्मीर के पूर्णिबाल, शिवपोरा के रहने वाले हैं। ये ओखला विहार के पास जामिया नगर में एक मकान की दूसरी मंजिल पर रहते थे। प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन आईएसआईएस से जुड़ा यह दंपति देश में नफरत फैलाने में जुटे थे। इसके लिए ये सोशल मीडिया के विभिन्न प्लैटफॉर्म पर कई गुमनाम आईडी बनाकर लोगों से संपर्क करते थे। इनके घर से चार मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, एक बाहरी हार्ड डिस्क और कुछ भड़काऊ सामग्री बरामद की गई है।