Google Image | GIMS Greater Noida
कोविड जांच में जिम्स ने दिनोंदिन बढ़ोतरी की है। 13 अप्रैल को यहां पर कोविड जांच की शुरुआत हुई थी। 31 अगस्त तक यहां 1 लाख सैंपलों की जांच हो गई है। इसमें से 3935 सैंपल पॉजिटिव पाए गए हैं। यहां गाजियाबाद, हापुड़, बुलंदशहर, कासगंज, बागपत आदि जिलों के सैंपलों की जांच हो रही है। शुरुआत में यहां 50 सैंपलों की जांच होती थी। अब इसकी क्षमता प्रतिदिन 3 हजार सैंपलों की हो गई है। अभी यह लैब बीएसएल-2 है। अब इसे बीएसएल-3 बनाया जाना है। अनुमति के साथ ही इंडियन कांउसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) 4.5 करोड़ रुपये का फंड भी दिया है।
लखनऊ भेजा गया प्लाज्मा
जिम्स में अब तक 1320 कोविड मरीजों का इलाज किया जा चुका है। गंभीर मरीजों के इलाज के लिए यहां से ठीक हो चुके 100 मरीज प्लाज्मा दे चुके हैं। यहां से प्लाज्मा दिल्ली, नोएडा व गाजियाबाद के अस्पतलों को भी भेजा गया है। बुधवार को बी ग्रुप का प्लाज्मा लखनऊ एसजीपीजीआई भेजा गया है। निदेशक डॉ. राकेश गुप्ता ने दावा किया कि उनके यहां प्लाज्मा की कोई कमी नहीं है। प्लाज्मा दान करने के लिए ठीक हो चुके मरीजों को प्रोत्साहित किया जाता है।
पीजी में 13 छात्रों ने लिया प्रवेश
जिम्स को विभिन्न पाठयक्रम में डीएनबी की 14 सीटों की मान्यता मिली है। इसमें से 9 छात्रों ने प्रवेश ले लिया है। अक्सर एमबीबीएस का पहला बैच निकलने के बाद पीजी की मान्यता मिलती है। लेकिन यहां पहले साल में ही अनुमति मिल गई। एमबीबीएस के तीन छात्रों को एसटीएस (शार्ट टर्म रिसर्च) मिला है।
यह भी रही उपलब्धि