Tricity Today | पत्रकार विक्रम जोशी की इलाज के दौरान मौत
गाज़ियाबाद के विजयनगर इलाके में सोमवार की शाम पत्रकार को घेर कर गोली मार दी गई थी। पत्रकार का अस्पताल में इलाज चल रहा था। अस्पताल में उपचार के दौरान पत्रकार की मौत हो गई है। इस घटना को लेकर प्रदेश भर के पत्रकारों में आक्रोश रोष व्याप्त है।
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि थाना विजयनगर क्षेत्र में सोमवार देर शाम करीब आधा दर्जन हमलावरों ने जनसागर टुडे अखबार से जुड़े पत्रकार विक्रम जोशी को घेर कर नजदीक से गोली मार दी थी। घटना के बाद सभी हमलावर फरार हो गए थे। वहीं गंभीर घायल पत्रकार को उपचार के लिए यशोदा अस्पताल में दाखिल कराया गया था। जहां मंगलवार की देर रात पत्रकार के उपचार के दौरान मौत हो गई। इस घटना को लेकर प्रदेश भर के पत्रकारों में आक्रोश आक्रोश व्याप्त है।
सीसीटीवी में कैद हुई थी वारदात
यह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई थी। जिसमें साफ नजर आ रहा है कि वारदात के तुरंत बाद विक्रम की बेटी पास में आती है और घबराए हुई मदद के लिए चिल्लाती है। इसी सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने आरोपियों को पहचान कर 9 आरोपियों को धर दबोचा है। एसएसपी के मुताबिक इस घटना के आरोपी मोहित, दलबीर, आकाश, रवि और शाकिर को गिरफ्तार लिया गया है। घटना के बारे में अभी और तफ्तीश जारी है।
विक्रम जोशी के भाई अनिकेत जोशी ने बताया कि कुछ दिन पहले उनकी भांजी के साथ कुछ लड़के छेड़खानी कर रहे थे। जिसका विरोध उनके भाई विक्रम जोशी ने किया था। विक्रम जोशी ने इसकी तहरीर थाने में भी दी थी और मुकदमा भी लिखा था। मगर उस समय किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया था। सोमवार को उन लोगों ने मेरे भाई पर हमला कर दिया था। जहां अस्पताल में उपचार के दौरान की मौत हो गई।
ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब ने की घटना की निंदा
ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करता है। पत्रकारों पर हमले की घटनाएं बढ़ रही हैं। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करता है। इस संबंध में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजा जाएगा। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई के साथ-साथ प्रेस क्लब यह भी मांग करता है कि पूर्व में बच्ची के साथ छेड़छाड़ करने की शिकायत के बावजूद संबंधित थाने के जिन पुलिस कर्मियों द्वारा कार्रवाई नही की गई। उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी निलंबन और बर्खास्तगी की कार्रवाई होनी चाहिए।
ग्रेटर नोएडा में भी बदमाशो ने एक पत्रकार को पीटा था। सीसीटीवी फुटेज में हमला करने वालों की तस्वीर भी आ गई, लेकिन आज तक पुलिस उनको गिरफ्तार नहीं कर सकी है। पत्रकारों को अब इन घटनाओं का कड़ाई के साथ विरोध करना होगा। वरना हमले की घटनाएं बढ़ेंगी।