इंटरनेशनल शहर ग्रेटर नोएडा के कठेड़ा गांव का बुरा हाल, ग्रामीणों ने कहा- गलियों में चलना भी मुश्किल

इंटरनेशनल शहर ग्रेटर नोएडा के कठेड़ा गांव का बुरा हाल, ग्रामीणों ने कहा- गलियों में चलना भी मुश्किल

इंटरनेशनल शहर ग्रेटर नोएडा के कठेड़ा गांव का बुरा हाल, ग्रामीणों ने कहा- गलियों में चलना भी मुश्किल

Tricity Today | इंटरनेशनल शहर ग्रेटर नोएडा के कठेड़ा गांव का बुरा हाल

ग्रेटर नोएडा एक अंतरराष्ट्रीय शहर है, लेकिन आसपास के गांव बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं। दादरी कस्बे से सटे कठेड़ा गांव में बुरा हाल है। ग्रामीणों का कहना है कि गलियों में चलना मुश्किल है। कीचड़ भरा है। नालियां गंदगी से भरी हुई हैं। जिला प्रशासन विकास विभाग और प्राधिकरण से शिकायत करने के बावजूद कोई समाधान नहीं किया जा रहा है। गांव के लोग नारकीय जीवन जीने के लिए मजबूर हैं। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर गांव में विकास कार्य नहीं करवाए गए तो उन्हें मजबूर होकर आंदोलन का रुख अख्तियार करना पड़ेगा।

गांव के मनीष भाटी बीडीसी ने कहा कि गांव के सेकेटरी, ब्लाक और विकास भवन तक कई बार शिकायत पत्र सीनियर अधिकारियों को दिया है। लेकिन अधिकारियों पर कोई असर नहीं दिख रहा है। करोड़ों रूपये गांव के विकास के लिए सरकार खर्च कर रही है। यहां अधिकारियों के कारनामे सामने दिख रहे हैं। अधिकारी सिर्फ कागजों में ही काम कर रहे है। गांव में श्मशान घाट, तालाब, मुख्य रास्ते, नालियां, मूलभूत सुविधांए गांव वालों को नहीं मिल पा रही हैं। दादरी से लेकर कठेहरा तक की सड़क टूटी पड़ी है। साफ सफाई नहीं हो रही है। 

उन्होंने कहा, सड़कों के किनारे झाड़ियां उगी पड़ी हैं। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री योगी के सपने गढ्ढा मुक्त रास्ते बनाने की योजनाओं को अधिकारी सिर्फ कागजों में ही दिखा रहे हैं। जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही है। उन्होंने बताया कि अब नवरात्र चल रहे हैं, लेकिन लोग अपने घरों से मंदिर भी नहीं जा पा रहे हैं। इस बारे में काफी बार तहसील दिवस पर शिकायत कर चुके हैं। किसी अधिकारी के कान पर जूं तक नहीं रेंगती है। 

1857 के ग़दर का नेतृत्व गांव के राव उमराव सिंह ने किया था

गांव के लोगों का कहना है कि हल्की बारिश होने से ही सड़कों पर पानी भर जाता है। सड़कें टूटी होने की वजह मुख्य रास्ते पर पानी भरा रहना है। जिसके कारण बीमारियों के बढ़ने का खतरा हमेशा बना रहता है। मुख्य रास्ता कई गांवों को जोड़ता है। आए दिन दुर्घटना होने का डर बना रहता है। मनीष भाटी का कहना है कि अगर मुख्य विकास अधिकारी और जिलाधिकारी ने गांव कठेहरा में एक सप्ताह के अंदर स्वतंत्रा सेनानी स्वर्गीय राव उमराव सिंह भाटी का गांव में विकास कार्य शुरू नहीं करवाया गया तो सभी गांव के लोग अधिकारियों का घेराव करेंगे और आंदोलन करेंगे।

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