नोएडा से झांसी पहुंचे मजदूर दम्पति भगवत और शिवानी दुनिया छोड़ गए, यह दर्दनाक कहानी आपके रौंगटे खड़े कर देगी

नोएडा से झांसी पहुंचे मजदूर दम्पति भगवत और शिवानी दुनिया छोड़ गए, यह दर्दनाक कहानी आपके रौंगटे खड़े कर देगी

नोएडा से झांसी पहुंचे मजदूर दम्पति भगवत और शिवानी दुनिया छोड़ गए, यह दर्दनाक कहानी आपके रौंगटे खड़े कर देगी

Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो

इस त्रासदी में एक तरफ लोग बीमारी का शिकार होकर मर रहे हैं तो दूसरी ओर बड़ी संख्या में लोग लॉकडाउन की पाबंदियों का शिकार बन रहे हैं। अब उत्तर प्रदेश के झांसी जिले से एक ऐसी ही दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। झांसी से अपनी किस्मत संवारने नोएडा आए युवा मजदूर दम्पति को क्या पता था कि यह आफत इतनी बड़ी हो जाएगी कि उन्हें दुनिया छोड़कर जाना पड़ेगा।

लॉकडाउन के चलते भगवत और शिवानी नोएडा से झांसी अपने गांव जाने के लिए निकल पड़े। जैसे-तैसे झांसी पहुंचा मजदूर भगवत शिवानी को तो नहीं उसकी लाश को लेकर घर गया। पत्नी की मौत ने उसे भीतर से इस कदर तोड़ दिया कि भगवत ने शिवानी की मौत के बाद आत्महत्या कर ली। 

शुक्रवार को झांसी के टहरौली गांव में पत्नी का शव लेकर पहुंचे मजदूर भगवत ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। एक दिन पहले ही गुरुवार को भगवत अपनी पत्नी के साथ नोएडा से चलकर झांसी आया था। झांसी में उसकी पत्नी की उपचार के दौरान मौत हो गई। मृतक भगवत झांसी जिले के पिपरा गांव का रहने वाला था। वह अपनी पत्नी के साथ नोएडा में मजदूरी करता था। भगवत की उम्र 35 वर्ष है। उसकी पत्नी शिवानी की उम्र 28 वर्ष थी।

परिजनों ने बताया कि भवगत की पत्नी शिवानी को नोएडा जाने के बाद टीबी की बीमारी हो गई थी। लॉकडाउन के कारण भगवत किसी तरह शिवानी को लेकर नोएडा से झांसी तो पहुंच गया लेकिन झांसी पहुंचते-पहुंचते शिवानी की तबियत बहुत ज्यादा बिगड़ गई। यह देखकर भगवत बहुत दुखी हो गया। वह शिवानी को लेकर बड़ी मुश्किल से झांसी मेडिकल कॉलेज पहुंचा। जहां इलाज के दौरान उसकी पत्नी की मौत हो गई। यह गम वह बर्दाश्त नहीं कर पाया।

भगवत पत्नी का शव लेकर गांव गया लेकिन वह अपनी पत्नी का अंतिम संस्कार करता उससे पहले ही उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस दोहरे हादसे से पूरे गांव में मातम पसर गया है। ग्रमीणों ने सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। भगवत के चाचा रामस्वरूप का कहना है कि भवगत की पत्नी टीबी की मरीज थी। मेरा भतीजा नोएडा में रहता था। कोरोना की वजह से नोएडा से निकला तभी उसकी पत्नी की तबियत ख़राब हो गयी। झांसी हॉस्पिटल में उसकी मौत हो गयी। उसी गम के चलते उसने आज खेत पर रखे इंजन से लटक कर फांसी लगा ली।

गांव वालों ने अभी शिवानी के शव का अंतिम संस्कार नहीं किया है। ग्रामीणों का कहना है कि भगवत के शव का पोस्टमार्टम और वापस मिलने का इंतजार कर रहे हैं। दोनों पति-पत्नी का एक साथ ही अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस हादसे से पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव के बड़ी संख्या में युवक नोएडा, दिल्ली और एनसीआर के अलग-अलग हिस्सों में मेहनत मजदूरी करते हैं। ज्यादातर लौट आए हैं और कुछ लोगों के वापस आने का इंतजार किया जा रहा है। भगवत और शिवानी के साथ हुए हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया है।

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