Google Image | प्रतीकात्मक फोटो
गौतमबुद्ध नगर में जहां-तहां शराब की दुकानें खोली जा रही हैं। नियम-कायदों का पालन नहीं किया जा रहा है। जिसके चलते लोग परेशान हैं और विरोध कर रहे हैं, लेकिन इससे भी बड़ी परेशानी यह है कि जिला प्रशासन लोगों की समस्या पर ध्यान ही नहीं दे रहा है। जिला प्रशासन को कोरोना वायरस से निपटने के कारण फुर्सत नहीं मिल रही है। शराब के ठेकेदार मनमानी पर उतारू हैं।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में गुरुद्वारे के पास शराब का ठेका शुरू
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में गौर सिटी के पीछे गुरुद्वारे से बमुश्किल 50 मीटर की दूरी पर शराब की दुकान खोल दी गई है। जिसके विरोध में वहां के निवासी लगातार विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। गुरुद्वारा सिंह सभा के पूर्व अध्यक्ष सरदार आरएस उप्पल ने कहा, "दिनभर यहां शराबियों की भीड़ लगी रहती है। शाम के समय तो हालत और ज्यादा खराब हो जाती है। शहर के अलग-अलग हिस्सों से गुरुद्वारा आने वाली संगत को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। महिलाओं और बच्चों पर बुरा असर पड़ता है। संगत को गुरुद्वारे से आवागमन करते हुए डर लगता है।" आरएस उत्पल का कहना है कि इस बारे में कई बार लिखकर जिला प्रशासन को भेज चुके हैं। कोई सुनवाई नहीं हो रही है। दो बार गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और संगत के लोग प्रदर्शन भी कर चुके हैं।
सूरजपुर में ठीक कलेक्ट्रेट के पीछे रिहायशी इलाके में दुकान खोली गई
ठीक ऐसे ही हालात सूरजपुर कस्बे में भी बने हुए हैं। सूरजपुर कस्बे में कलेक्ट्रेट के ठीक पीछे शराब का ठेका खुल गया है। यहां पूरा आवासीय क्षेत्र है। अंबेडकर भवन, जिला पंचायत, जिला न्यायालय, विकास भवन, शिक्षा विभाग के सारे कार्यालय और पुलिस कमिश्नर का ऑफिस इस शराब के ठेके के चारों ओर हैं। यहां दिनभर शराबी धमाचौकड़ी मचाते हैं।
यहीं रहने वाले एडवोकेट अतुल शर्मा ने कहा, "दुकान का ठेकेदार बार-बार जगह बदलता रहता है। वह 100 मीटर के दायरे में तीन दुकानें चला रहा है। कई बार यहां आकर गाली-गलौज और उधम काटने वाले लोगों को समझाया जा चुका है, लेकिन कोई समझने के लिए तैयार नहीं है। शराब की दुकान के पास ही नर्सिंग होम और कई डॉक्टरों के क्लीनिक हैं। चारों तरफ घर हैं। ऐसे में यहां शराब का ठेका खोलने का औचित्य समझ से परे है। आश्चर्य की बात तो यह है कि सारे नियम कायदे जिलाधिकारी की नाक के नीचे ही तोड़े जा रहे हैं।
एडवोकेट अतुल शर्मा का कहना है, यहीं जिला न्यायालय कलेक्ट्रेट और कमिश्नर का कार्यालय है। इस बारे में कई बार जिला प्रशासन से शिकायत की जा चुकी हैं, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।
दादरी में व्यापारियों ने ठेके के खिलाफ हंगामा किया
ठीक ऐसे ही हालात दादरी कस्बे में बने हुए हैं। दादरी नगर के रेलवे रोड पर रिहायसी क्षेत्र और घनश्याम रोड के मुख्य बाजार के गेट के पास अग्रेजी शराब की दुकान खोले जाने का व्यापारी विरोध कर रहे हैं। शुक्रवार की दोपहर सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने विरोध करने वाले लोगों को शांत किया। इस मामले में व्यापारियों ने कोतवाली में शिकायत दी है।
मिली जानकारी के अनुसार नगर के रेलवे रोड पर अयोध्या गंज के गेट के बराबर में और घनश्याम रोड के मुख्य गेट के सामने अंग्रेजी शराब की दुकान खोलने के लिए बोर्ड लगा दिया है। शुक्रवार को व्यापारी दुकान पर एकत्र हुए और शराब की दुकान को रिहायसी क्षेत्र व बाजार में खोले जाने का विरोध किया। विरोध करने की सूचना पाकर पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस ने विरोध करने वाले लोगो को शांत किया। इसके बाद व्यापारी कोतवाली में पहुंच गये। वहां पर भी शराब की दुकान को खोले जाने का विरोध कर रहे थे।
व्यापारियों ने जमकर विरोध किया। पुलिस ने किसी तरह व्यापारियों को समझाया और मामले में जांच पड़ताल करने का आश्वासन दिया है। इस बारे में दादरी के एसीपी सतीश कुमार का कहना है कि शासन के मानकों के तहत ही शराब की दुकान की स्थापना की जानी चाहिए। ठेकेदार को बुलाकर उससे पूछा जाएगा कि उसने नियमों का पालन किया है या नहीं। अगर नियमों का पालन नहीं किया होगा तो यह शराब का ठेका हटवाया जाएगा।