Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
इस वक्त लॉकडाउन-4 चल रहा है। अभी भी सामान्य परिस्थितियों में लोगों को घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं है। पिछले 1 सप्ताह से भीषण गर्मी पड़ रही है। लू भी चल रही हैं। ऐसे में अगर लोगों को पानी ना मिले तो सोचिए हालात कितने खराब हो सकते हैं। लेकिन ग्रेटर नोएडा के कुछ सेक्टरों में लोग इन सारे हालात से जूझ रहे हैं। शहर के निवासी घरों में बंद हैं। पानी की ज्यादा जरूरत है, लेकिन पानी नहीं मिल रहा। जो मिल रहा है, वह न पीने लायक है, नहाने लायक है और ना कपड़े धोने के काबिल है।
शहर के सेक्टर डेल्टा एक और दो में पिछले कई दिनों से पानी का प्रेशर बहुत कम आ रहा है। सप्लाई भी अपने निर्धारित समय से नहीं आ रही है। कुछ घरों में गंदा पानी आ रहा है। जिससे लोगों को पानी की किल्लत भुगतनी पड़ रही है। इस लॉकडाउन में लोग अपने घर पर ही रह रहे हैं। जिससे पानी का खर्च ज्यादा हो रहा है।
आरडब्लूए डेल्टा दो के महासचिव आलोक नागर ने इसकी जानकारी प्राधिकरण के अधिकारियों को दी है लेकिन फिर भी कोई ठोस जवाब नहीं मिला है। आलोक का कहना है, "जिम्मेदार अफसर कभी बिजली गुम होने की बात करते हैं तो कभी टंकी की मोटर खराब बता देते हैं। इस संकट की घड़ी में प्राधिकरण को सोचना चाहिए की बगैर पानी के आदमी अपना जीवन कैसे चला पाएगा। सेक्टरो में रोज़ाना हो रही पानी की क़िल्लत से लोग काफ़ी परेशान हैं।"
आलोक नगर का कहना है, "मैं दो बार प्राधिकरण जाकर एप्लीकेशन दे आया हूं। कई बार नगरीय सेवा विभाग के अधिकारियों को फोन भी कर चुका हूं। हर बार समस्या का समाधान करने का आश्वासन देते हैं, लेकिन समाधान करते नहीं हैं। अगर कहो कि आपने पिछली बार भी जल्दी समस्या का समाधान करने की बात कही थी तो फिर इधर-उधर के बहाने बनाने लगते हैं।"
सेक्टर डेल्टा-1 में रहने वाले गिरीश कुमार ने बताया कि पिछले करीब 10 दिनों से पानी की गुणवत्ता बेहद खराब आ रही है। मुझे लगता है कि रास्ते में कहीं पाइप लाइन में लीकेज है। जिसकी वजह से मिट्टी और तमाम दूसरी चीजें पानी में घुलकर घरों में पहुंच रही हैं। इस बारे में प्राधिकरण से शिकायत की गई हैं, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। पानी इतना खराब है कि पीने लायक तो है ही नहीं नहाने और कपड़े धोने में भी इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। इस भीषण गर्मी में पानी की ज्यादा जरूरत है और पानी मिल नहीं रहा है।"
आपको बता दें कि एक सप्ताह पहले ही ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण ने प्राधिकरण अधिकारियों की बैठक की थी। आदेश दिया था कि पेयजल आपूर्ति के घंटों में इजाफा किया जाए। प्राधिकरण ने दिन और रात में पानी की आपूर्ति के घंटे बढ़ाकर 18 करने की बात कही है। इसके लिए संसाधनों का विकास किया जा रहा है। ट्यूबवेल पर मोटर की संख्या बढ़ाई जा रही है। वाटर रिजर्वायर और नए ट्यूबवेल लगाने की भी योजना है। अब अगर ऐसे में मौजूदा पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था फेल है तो आपूर्ति के घण्टे बढ़ाने के बाद हालात कैसे संभलेंगे।