MDH Owner death: महाशय धर्मपाल नहीं थे एमडीएच के संस्थापक, तो जानिए किसने शुरू किया यह ब्रांड

MDH Owner death: महाशय धर्मपाल नहीं थे एमडीएच के संस्थापक, तो जानिए किसने शुरू किया यह ब्रांड

MDH Owner death: महाशय धर्मपाल नहीं थे एमडीएच के संस्थापक, तो जानिए किसने शुरू किया यह ब्रांड

Google Image | महाशय धर्मपाल

MDH Masala King death: एमडीएच (MDH) मसालों को बुलंदियों पर ले जाने का श्रेय महाशय धर्मपाल (Mahashian Dharmpal) को जाता है। भारत-पकिस्तान विभाजन (India-Pakistan Partition) का शिकार होने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और संघर्ष किया। लेकिन हकीकत में वह एमडीएच के संस्थापक नहीं थे। एमडीएच की शुरुआत महाशय धर्मपाल ने नहीं की थी। उन्होंने एक ब्रांड को खड़ा किया और कानूनी रूप दिया था। उनके पिता एमडीएच के संस्थापक महाशय चुन्नी लाल गुलाटी थे। यह कारोबार सियालकोट में शुरू किया गया था। जो अब पकिस्तान है। उनका परिवार भारत के विभाजन के दौरान भारत आया था।

आज 'दादजी', 'मसाला किंग', 'किंग ऑफ स्पाइसेज' और 'महाशयजी' जैसे नामों से मशहूर धरमपाल गुलाटी का जीवन बड़े संघर्ष से गुजरा था। वह बेहद जिंदादिल इंसान थे। धर्मपाल गुलाटी का जन्म 27 मार्च 1923 को सियालकोट में हुआ था। उनके पिता एमडीएच के संस्थापक महाशय चुन्नी लाल गुलाटी थे। धर्मपाल गुलाटी का मन पढ़ाई-लिखाई में नहीं लगा। शुरुआती दिनों में अपने पिता के मसाले के व्यवसाय में शामिल हो गए थे।

उनका परिवार भारत के विभाजन के दौरान भारत आ गया। परिवार ने कुछ समय अमृतसर में एक शरणार्थी शिविर में बिताया, और फिर वे काम की तलाश में दिल्ली चले आए था। दिल्ली में गुलाटी ने पहले करोल बाग में एक मसाले की दुकान खोली। 1953 में उन्होंने चांदनी चौक में दूसरी दुकान किराए पर ली। महाशय धर्मपाल के बारे में बहुत काम लोगों को मालूम है कि वह आर्य समाजी थे और आर्य समाज से जुडी गतिविधियों को बहुत बढ़ावा देते थे।

धर्मपाल गुलाटी ने पिता से मिले पैतृक कारोबार को व्यवस्थित रूप दिया। पहले एक कम्पनी रजिस्टर्ड करवाई। नाम महाशय दी हट्टी प्राइवेट लिमिटेड रखा। जिसकी शार्ट फॉर्म एमडीएच मशहूर हो गया। 1959 में गुलाटी ने महाशियां दी हट्टी की निर्माण इकाई स्थापित करने के लिए कीर्ति नगर में जमीन खरीदी थी। अंततः 30 सितंबर 1965 को Mahashian Di Hatti Private Limited का रजिस्ट्रेशन करवाया गया। आज यह कम्पनी 55 साल से ज्यादा पुरानी हो चुकी है। धर्मपाल ने 12 दिसंबर 1977 को दूसरी कम्पनी SUPER DELICACIES PRIVATE LIMITED रजिस्टर्ड करवाई थी। वर्ष 2017 में गुलाटी भारत में सबसे अधिक टैक्स टैक्स भुगतान करने वाले और तेजी से बढ़ते उपभोक्ता सामान के सीईओ थे।

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