ग्रेटर नोएडा: ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे से प्रवासी मजदूरों का पलायन जारी

ग्रेटर नोएडा: ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे से प्रवासी मजदूरों का पलायन जारी

ग्रेटर नोएडा: ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे से प्रवासी मजदूरों का पलायन जारी

Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो

ग्रेटर नोएडा के पेरिफेरल एक्सप्रेस वे और नेशनल हाईवे-91 से बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर गुजर रहे हैं।gangaयह लोग राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से पैदल चलकर यहां तक पहुंचे हैं।gangaअब इन्हें आगे अलीगढ़, संभल, मुरादाबाद, इलाहाबाद और बनारस तक जाना है।

लॉकडाउन के कारण प्रवासी मजदूरों का पलायन लगातार जारी है। ग्रेटर नोएडा के पेरिफेरल एक्सप्रेस वे और नेशनल हाईवे-91 से बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर गुजर रहे हैं। यह लोग राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से पैदल चलकर यहां तक पहुंचे हैं। अब इन्हें आगे अलीगढ़, संभल, मुरादाबाद, इलाहाबाद और बनारस तक जाना है। इन लोगों के लिए कहीं कोई इंतजाम नहीं है। खाने, पीने और ना ठहरने की व्यवस्था की जा रही है। ये लोग पहले ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे से दादरी आ रहे हैं। फिर दादरी से नेशनल हाइवे-91 से बुलन्दशहर, अलीगढ़ और बंदायू की ओर आगे बढ़ रहे हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आदेश के बाद भी मजदूरों के लिए ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था नहीं की जा रही है। अधिकारी एक-दूसरे के आदेशों का इंतजार कर रहे हैं। मजदूरों के मन में बस एक ही बात है, अब किसी तरह घर पहुंचना है। पैदल चलते-चलते पैरों में छाले पड़ गए हैं। इनके पास खाने-पीने का कोई इंतजाम नहीं है। पैसे नहीं बचे हैं। चिलचिलाती गर्मी के बीच जिले से बड़ी संख्या में मजदूरों पैदल गुजर रहे हैं।

रेल की पटरियों से भी मजदूरों का पलायन जारी

मजदूरों को जहां से रास्ता मिल रहा है, वहां से आगे बढ़ रहे हैं। हरियाणा और पंजाब से आ रहे मजदूर रेल पटरियों के साथ-साथ आगे बढ़ रहे हैं। इन लोगों को भी अलीगढ़, एटा, इटावा, कानपुर और झांसी तक जाना है। महाराष्ट्र के औरंगाबाद में हुए बड़े ट्रेन हादसे के बावजूद मजदूर जान जोखिम में डालकर बस किसी तरह घर पहुंचने की धुन में हैं।

तमाम कोशिशों के बावजूद मजदूरों का पलायन नहीं रुक रहा

दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब से प्रवासी मजदूरों का पलायन नहीं रुक रहा है। इन राज्यों से आने वाले मजदूर गौतमबुद्ध नगर से होकर गुजर रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारी मजदूरों को बस किसी तरह अपने जिले से दूसरे जिले में भेजना चाहते हैं। काम-धंधे बंद होने के कारण भुखमरी ओर आर्थिक तंगी से परेशान मजदूर पलायन कर रहे हैं।

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