ANI | पीएम नरेंद्र मोदी ने सीएम ममता बनर्जी के साथ बसीरहाट में समीक्षा बैठक की
पश्चिम बंगाल और ओडिशा में महाचक्रवात अम्फान की तबाही के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार दोनों राज्यों का दौरा कर रहे हैं। पीएम मोदी पश्चिम बंगाल के कोलकाता एयरपोर्ट पहुंचे। जहां राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनका स्वागत किया। इसके बाद पीएम मोदी ने अम्फान से प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। बाद में पीएम मोदी ने बंगाल को एक हजार करोड़ रुपये के पैकेज को देने की घोषणा की। वहीं, इससे पहले, प्रधानमंत्री ने गुरुवार को कहा कि चक्रवात से प्रभावित लोगों की मदद के लिए कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तकरीबन तीन महीने बाद दौरा कर रहे हैं। उन्होंने पिछली बार 29 फरवरी को कोई दौरा किया था, जब वह उत्तर प्रदेश के चित्रकूट और प्रयागराज गए थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जिन लोगों की साइक्लोन की चपेट में आकर मौत हुई है। उनके परिजनों को दो लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल हुए लोगों के परिजनों को 50 हजार रुपये की मदद दी जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ममता बनर्जी के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए ऐलान किया कि केंद्र सरकार चक्रवात अम्फान की वजह से बुरी तरह प्रभावित पश्चिम बंगाल के लिए एक हजार करोड़ का पैकेज दे रही है।
अम्फान की तबाही के बाद पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में कहा कि मैंने चक्रवाती तूफान अम्फान के कारण पश्चिम बंगाल में नुकसान के दृश्य को देखा है। यह चुनौतीपूर्ण समय है, पूरा देश पश्चिम बंगाल के साथ एकजुट होकर खड़ा है। राज्य के लोगों के कल्याण के लिए प्रार्थना कर रहा हूं। स्थिति सामान्य करने के लिए प्रयास जारी हैं। उन्होंने कहा कि शीर्ष अधिकारी स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए हैं और पश्चिम बंगाल सरकार के साथ करीबी समन्वय में काम भी कर रहे हैं। प्रभावित लोगों की मदद करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
अम्फान ने पश्चिम बंगाल में भारी तबाही मचाई, जहां इसके चलते 80 लोगों की मौत हो गई और दो जिले पूरी तरह तबाह हो गए हैं। तूफान से हजारों लोग बेघर हो गए हैं, कई पुल नष्ट हो गए हैं और निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं। कोलकाता और राज्य के कई अन्य हिस्सों में तबाही के मंजर साफ देखे जा सकते हैं। पश्चिम बंगाल में सौ साल के अंतराल में आए इस भीषणतम चक्रवाती तूफान ने मिट्टी के घरों को ध्वस्त कर दिया। फसलों को नष्ट कर दिया और पेड़ों तथा बिजली के खंभों को भी उखाड़ फेंका है।
अम्फान ने ओडिशा में भी भारी तबाही मचाई है जहां तटीय जिलों में विद्युत और दूरसंचार से जुड़ा आधारभूत ढांचा नष्ट हो गया है। ओडिशा के अधिकारियों के आकलन के अनुसार, चक्रवात से लगभग 44.8 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने तूफान से प्रभावित पश्चिम बंगाल को हरसंभव मदद उपलब्ध कराने का बृहस्पतिवार को आश्वासन दिया। पटनायक ने पश्चिम बंगाल में हुए जान-माल के नुकसान पर दुख जताया और अपने मुख्य सचिव को संबंधित राज्य के अपने समकक्ष के संपर्क में रहने का निर्देश दिया, जिससे कि पड़ोसी राज्य की हरसंभव मदद की जा सके। चक्रवात अम्फान को बंगाल की खाड़ी में 1999 के महाचक्रवात के बाद दूसरा सबसे भीषण तूफान माना जा रहा है। 21 साल पहले आए महाचक्रवात में लगभग 10 हजार लोगों की मौत हुई थी।