Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
कोरोनावायरस बच्चे, बुजुर्ग, युवा और महिलाएं किसी को भी नहीं छोड़ा है। सबसे ज्यादा खतरा बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को है। अब तक जिले में 3 बुजुर्गों की मौत हो गई है। करीब 15 गर्भवती महिलाएं चपेट में आ चुकी हैं। नोएडा के सेक्टर-30 के चाइल्ड पीजीआई में ऐसा ही एक मामला सामने आया है। 10 दिन की मासूम को सीने से लगाकर आइसोलेशन वॉर्ड में एक मां कोरोना से जंग लड़ रही है। दोनों संक्रमित हैं।
अस्पताल के डॉक्टरों को पूरा विश्वास है कि मां के दूध की ताकत से मासूम बच्ची जल्द स्वस्थ होगी। बच्ची मां का दूध पी रही है। जिससे खासा फायदा हो रहा है। 8 मई को बच्ची की एक रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है। दूसरी रिपोर्ट भी निगेटिव मिलते ही बच्ची को डिस्चार्ज किया जा सकता है। डॉक्टर कह रहे हैं कि बच्ची को मां के दूध को बड़ा फायदा पहुंचा रहा है।
निठारी की रहने वाली एक गर्भवती महिला की डिलिवरी 2 मई को जिम्स में हुई थी। डिलिवरी से पहले महिला की जांच हुई, जिसमें संक्रमण का पता चला था। डिलिवरी के बाद बच्ची का टेस्ट करवाया गया था। वह भी पॉजिटिव मिली। इसके बाद 4 मई को महिला और उनकी बेटी को चाइल्ड पीजीआई के आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था। डॉक्टरों की टीम ने मां और नवजात को एक ही कमरे में रखकर उसकी देखभाल शुरू की। मां-बेटी को अलग करना डॉक्टरों के लिए मुश्किल था। लिहाजा, एक ही कमरे में रखकर इलाज शुरू किया गया।
डॉक्टरों ने बताया कि मां की काउंसलिंग शुरू की गई है। बच्ची को दूध पिलाने से पहले क्या सावधानी बरतें, इसके बारे में बताया गया है। साबुन से हाथ और स्तन की सफाई के बाद बच्ची को दूध पिलाने को बोला गया है। इस दौरान मां को मास्क लगाने के लिए भी कहा गया है।
महिला के पति भी बीमार हो गए हैं
आइसोलेशन वॉर्ड में तैनात डॉक्टर उमेश शुक्ला ने बताया कि महिला का पति भी कोरोना से संक्रमित हो गया है। उनका भी इलाज चाइल्ड पीजीआई में चल रहा है। इसके अलावा महिला के 4 और बच्चे हैं। उन सबको भी चाइल्ड पीजीआई में क्वारंटीन करके रखा गया है।