Google Image | प्रतीकात्मक फोटो
ग्रेटर नोएडा में कोरोना वायरस के संक्रमण का पता लगाने के लिए कस्बों, शहर और ग्रामीण इलाकों में रैपिड टेस्ट कैंप लगाए जा रहे हैं। ऐसा ही रैपिड टेस्ट कैंप ग्रेटर नोएडा के जेवर कस्बे में शनिवार को लगाया गया। मोहल्ला कानून गोयान होली चौक पर शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कोरोना की जांच के लिये शिविर लगाया। इसमें पुलिस बल के जवानों ने राहगीरो को रोक रोक कर कोरोना की जांच कराई। इसी दौरान रास्ते से गुजर रही मुस्लिम महिलाओं ने निशुल्क कोरोना जांच कराने से इनकार कर दिया।
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जेवर के चिकित्सकों ने शुक्रवार को मौहल्ला कानून गोयान में कोरोना जांच के लिये शिविर लगाया। जहां पुलिस बल के जवानों ने रास्ते से गुजर रहे लोगों को रोक कर उनकी कोरोना की जांच करायी। इस दौरान रास्ते से गुजर रही मुस्लिम समाज की महिलाओं ने कोरोना जांच कराने से पुलिस बल के जवानों से इंकार कर दिया। जबकि अन्य लोगों में कोरोना की जांच कराने को लेकर उत्सुकता देखी गयी।
आपको बता दें कि इस वक्त उत्तर प्रदेश में महामारी अधिनियम और आपदा प्रबंधन अधिनियम लागू है। इन दोनों अधिनियम के तहत कोई भी व्यक्ति संक्रामक बीमारी की जांच और इलाज से इनकार नहीं कर सकता है। अगर कोई संक्रमित व्यक्ति को छुपाने का भी प्रयास करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। जेवर कस्बे में सामने आई इस घटना को लेकर गौतम बुध नगर जिला प्रशासन की ओर से अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।