Tricity Today | दिव्यानी
शुगर, हाइपरटेंशन और किडनी की दिक्कत से जूझ रही 53 वर्षीय दिव्यानी ने 23 दिनों में कोरोना को मात दे दी। कोरोना पॉजिटिव होने के बाद 21 अप्रैल को शारदा अस्पताल आईं दिव्यानी का डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया। महिला की हिम्मत के आगे कोरोना हार गया। गुरुवार को डॉक्टरों ने तालियां बजाकर उन्हें अस्पताल से विदा किया।
नोएडा के सेक्टर-19 की रहने वाली दिव्यानी किडनी की समस्या से जूझ रही हैं। गाजियाबाद के मैक्स अस्पताल में उनका डायलिसिस होता है। आशंका होने पर उनकी कोविड जांच कराई गई। वह कोरोना पॉजिटिव आ गईं। 21 अप्रैल को उन्हें ग्रेटर नोएडा के शारदा अस्पताल में भर्ती कराया गया। किडनी में दिक्कत के साथ-साथ उन्हें शुगर और हाइपरटेंशन की भी दिक्कत है। शारदा के आइसोलेशन वार्ड में महिला का इलाज शुरू हुआ।
किडनी का भी चल रहा था इलाज
कोरोना के साथ-साथ शारदा अस्पताल के नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. पुनीत गुप्ता की देखरेख में किडनी का इलाज शुरू हुआ। डॉ. रंजन यादव ने महिला के स्वास्थ्य पर नजर रखीं। वहीं कोरोना के इलाज के लिए अलग टीम लगी रही। दिव्यानी ने भी हिम्मत नहीं हारी और वह कोरोना से लड़ती रहीं। 23वें दिन उन्होंने कोरोना को मात दे दी।
डायलिसिस के बाद भेजा
शारदा अस्पताल के प्रवक्ता डॉ. अजित कुमार ने बताया कि गुरुवार को दिव्यानी को घर भेज दिया। उन्हें बुधवार को भेजना था, लेकिन गुरुवार को उनका डायलिसिस होना था। इसलिए डायलिसिस के बाद डिस्चार्ज किया गया। डॉक्टरों की टीम ने तालियां बजाकर उन्हें विदा किया। उनसे घर पर 14 दिन तक क्वारंटाइन रहने के लिए कहा गया है।