Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
ग्रेटर नोएडा में दनकौर कोतवाली के नवादा गांव को सोमवार की शाम पुलिस और जिला प्रशासन ने सील कर दिया है। जिला प्रशासन के निर्देश पर दनकौर पुलिस ने गांव के सभी मार्गों पर बैरिकेडिंग लगा दी है। पूरे गांव को सील कर दिया है। दरअसल, गांव का रहने वाला एक सिक्योरिटी गार्ड शनिवार को कोरोना वायरस से पॉजिटिव पाया गया था। सिक्योरिटी गार्ड यमुना प्राधिकरण क्षेत्र की एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में नौकरी करता था। उसका सहकर्मी भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया था।
इसके बाद गांव में कोरोना को लेकर भय व्याप्त हो गया है। सिक्योरिटी गार्ड के छह परिजनों को भी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शनिवार की देर शाम क्वारंटीन सेंटर भिजवाया था। गांव को सील करने के बाद पुलिस-प्रशासन ने लोगों को गांव से बाहर जाने और बाहर के लोगों को गांव में आने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। गांव के लोगों को भी घरों में रहने की हिदायत दी गई है।
वहीं, दनकौर क्षेत्र के चपरगढ़ गांव से भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए सिक्योरिटी गार्ड के एक सहकर्मी को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कोरंटीन सेंटर भिजवाया है। इसके बाद चपरगढ़ गांव में भी कोरोना की सनसनी फैल गई है। ग्रामीणों में बीमारी को लेकर दहशत व्याप्त है। लोगों का कहना है कि गांव में किसी भी व्यक्ति को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। गांव के लोगों को भी बाहर नहीं निकलने देंगे।
आपको बता दें कि गौतमबुद्ध नगर में सोमवार को एक साथ कोरोनावायरस संक्रमण के 31 मामले सामने आए हैं। हालांकि, जिले की तीन कंपनियों से 40 लोगों को संक्रमण हुआ है। बाकी 15 लोग दिल्ली, गाजियाबाद और फरीदाबाद के निवासी हैं। नोएडा और ग्रेटर नोएडा के सभी 31 संक्रमित लोगों को नोएडा के चाइल्ड स्पेशलिस्ट पीजीआई, ग्रेटर नोएडा के राजकीय विज्ञान संस्थान और शारदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवा दिया गया है।