Google Image | सुशांत राजपूत
सुशांत सिंह राजपूत की मौत का मामला जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है, रोज एक के बाद एक नया खुलासा हो रहा है। अब एक नई और सनसनीखेज जानकारी सामने आई है। सुशांत सिंह राजपूत के पिता और जीजा ने मुंबई पुलिस को फरवरी महीने में ही जानकारी दे दी थी कि उसकी जान को खतरा है। इन दोनों लोगों की ओर से मुंबई पुलिस के उच्च अधिकारियों को व्हाट्सएप पर मैसेज भेजा गया था। मामले में दखल देने की मांग की गई थी। लेकिन मुंबई पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। अब मुंबई पुलिस की ओर से सफाई दी गई है कि व्हाट्सएप पर किया गया मैसेज शिकायत की श्रेणी में नहीं आता है। इस वजह से कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह ने अपने बेटे की जान को खतरा बताते हुए मुंबई पुलिस को आगाह किया था। 25 फरवरी को बांद्रा पुलिस को व्हाट्सएप मैसेज भेजकर कार्रवाई की मांग की थी। सुशांत के पिता ने मैसेज में कई बातें लिखी थीं। लिखा था कि डिप्रेशन के इलाज के बहाने रिया और उसके परिवार वाले उसे एयरपोर्ट के पास एक रिसॉर्ट में ले गए हैं। तीन माह से उसे वहां रखा गया है। रिया चक्रवर्ती ने सुशांत के सभी भरोसेमंद कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। अब उसने अपने लोगों को वहां रखा है।
केके सिंह ने आगे लिखा कि सुशांत बहुत ही प्यारा लड़का है। उसने हमसे मदद मांगी है। साथ रहने वाला उसका क्लासमेट बाकी की चीजें बता देगा। सुशांत के पिता केके सिंह का आरोप है कि अगर उसी वक्त मुंबई पुलिस इन बातों पर ध्यान देती तो शायद उनके बेटे की जान बच जाती। मुंबई पुलिस के रवैये से वह बहुत ज्यादा उदास हैं।
सुशांत के जीजा ने मुंबई पुलिस के डीसीपी को मैसेज किया था
अब इस मामले में मुंबई पुलिस का कहना है की व्हाट्सएप पर शिकायत को आधिकारिक नहीं माना जाता है। मुंबई पुलिस ने सोमवार की रात प्रेस विज्ञप्ति जारी की। कहा कि व्हाट्सएप पर की गई शिकायत को आधिकारिक नहीं माना जाता है। बिना लिखित शिकायत मिले कोई कार्रवाई नहीं कर सकती थी। मुंबई पुलिस ने साफ किया है कि केके सिंह की ओर लिखित शिकायत मुंबई पुलिस को नहीं मिली थी। हालांकि, पुलिस ने यह जरूर माना कि सुशांत के बहनोई ओपी सिंह और जोन के तत्कालीन डीसीपी परमजीत सिंह दहिया के बीच वाट्सएप चैट जरूर हुई थी। जिस पर अब मुंबई पुलिस ने सफाई दी है।
यह माना है कि ओपी सिंह ने व्हाट्सएप के जरिए सुशांत को लेकर डीसीपी के साथ जानकारी साझा की थी। लेकिन डीसीपी ने लिखित शिकायत मांगी थी। हालांकि, ओपी सिंह चाहते थे कि यह जांच इनफॉर्मली की जाए। इसके लिए डीसीपी ने मना कर दिया था। दूसरी ओर अब सुशांत सिंह के पिता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद दिया है। कहा है कि मुख्यमंत्री की पहल पर ही तुरंत केस दर्ज हुआ और पटना पुलिस ने जांच भी शुरू की है। उन्हें मुख्यमंत्री और बिहार पुलस पर पूरा भरोसा है। पटना पुलिस अपना काम कर रही है, लेकिन मुंबई पुलिस उसे सहयोग नहीं कर रही। सुशांत के मुजरिम भाग रहे हैं। मंगलवार की दोपहर केके सिंह ने नीतीश कुमार से पटना में उनकी ओर से दर्ज करवाए गए मुकदमे की जांच सीबीआई को सौंपने की मांग की है।