बच्चों पर नहीं रहेगा पढ़ाई का बोझ, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने कम किया 30 प्रतिशत पाठ्यक्रम

बच्चों पर नहीं रहेगा पढ़ाई का बोझ, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने कम किया 30 प्रतिशत पाठ्यक्रम

बच्चों पर नहीं रहेगा पढ़ाई का बोझ, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने कम किया 30 प्रतिशत पाठ्यक्रम

Google Image | उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा

कोरोना महामारी के चलते शैक्षणिक सत्र को समय पर पूरा करना सरकार के लिए चुनौती है। इससे निपटने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पाठ्यक्रम को 30 प्रतिशत कम कर दिया है।  यह केवल सत्र 2020- 21 के लिए लागू होगा। इससे बच्चों पर दबाव भी कम होगा और सत्र पूरा होने में भी आसानी रहेगी। पाठ्यक्रम कम किए जाने की जानकारी प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने ट्वीट करके दी है।

इससे पहले सीबीएसई ने भी अपना 30 प्रतिशत पाठ्यक्रम कम कर दिया है। कोरोना महामारी के चलते सीबीएसई ने यह कदम उठाया था। सीबीएसई का कहना था की महामारी के चलते स्कूल खुल नहीं रहे हैं।  छात्रों पर पढ़ाई का दबाव अधिक रहेगा। इसी के चलते 30 प्रतिशत सिलेबस को कम कर दिया है। अब उत्तर प्रदेश सरकार ने भी शैक्षणिक सत्र को सुचारू रूप से चलाने के लिए पाठ्यक्रम में कटौती की है। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने ट्वीट करके जानकारी दी। उन्होंने बताया कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने अपने पाठ्यक्रम में 30 प्रतिशत की कटौती की है ताकि बच्चों पर पढ़ाई का दबाव भी कम रहे। वर्तमान शैक्षणिक सत्र सुचारू रूप से चलता रहे, इसलिये यह निर्णय लिया गया है। 

डॉ. शर्मा ने बताया कि बच्चों पर पाठ्यक्रम का दबाव ना रहे और शिक्षण सत्र नियमित रहे, इसलिये यह महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पाठ्यक्रम को 30 प्रतिशत कम करने का निर्णय लिया गया है। यह केवल सत्र 2020- 21 के लिए लागू होगा।

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