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आसामान में लगातार बढ़ रही कोहरे की चादर की वजह से गाजियाबाद सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में शामिल रहा है। इस दौरान वायु गुणवत्ता सूचकांक 440 के पार पहुंच गया। यह एनसीआर के अन्य शहरों के मुकाबले अव्वल रहा। दिल्ली-एनसीआर को लगातार दूसरे दिन दमघोंटू हवा से राहत नहीं मिली। हालांकि बीते 24 घंटे के मुकाबले वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में गिरावट दर्ज की गई, बावजूद इसके हवा गंभीर श्रेणी से बाहर नहीं निकल पाई।
गाजियाबाद 440 एक्यूआई के साथ एनसीआर का सबसे प्रदूषित शहर रहा। जबकि ग्रेटर नोएडा में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 421 रहा। उधर, राजधानी में शुक्रवार के मुकाबले वायु गुणवत्ता सूचकांक 44 अंक सुधरकर 406 दर्ज किया गया। फरीदाबाद एनसीआर का तीसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा, जबकि गुरुग्राम में हवा गंभीर श्रेणी से निकल बेहद खराब में पहुंच गई। यहां एक्यूआई 392 दर्ज किया गया। शहर की हवा में घुल रहे प्रदूषण की वजह दिल्ली के आसपास पराली जलाने की घटनाएं रही। इस दौरान दिल्ली के पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की करीब 3,225 घटनाएं दर्ज की गईं। इससे प्रदूषण में पराली के धुएं का हिस्सा 21 फीसदी रहा, जबकि एक दिन पहले 42 फीसदी था।
आगामी दिनों में हवा का स्तर गंभीर श्रेणी से बहुत खराब श्रेणी में पहुंच सकता है, लेकिन यह तय है कि लंबे समय तक लोगों को प्रदूषण से निजात नहीं मिलेगी। इसको देखते हुए जरूरी काम होने पर ही घरों से निकलें। इसके साथ ही सुबह और शाम की सैर बंद करने की सलाह दी है और बच्चे, बुजुर्गों व गर्भवती महिलाओं को विशेष एहतियात बरतने के लिए कहा है।
एनसीआर के सबसे प्रदूषित शहर
गाजियाबाद 440
ग्रेटर नोएडा 421
फरीदाबाद 415
दिल्ली 406
नोएडा 406
गुरुग्राम 392