नोएडा के निवासियों के विशेष Alert, मास्क और ग्लब्स सीधे डस्टबिन में नहीं डालें, कोरोना मरीजों का कूड़ा यह एजेंसी ले जाएगी

नोएडा के निवासियों के विशेष Alert, मास्क और ग्लब्स सीधे डस्टबिन में नहीं डालें, कोरोना मरीजों का कूड़ा यह एजेंसी ले जाएगी

नोएडा के निवासियों के विशेष Alert, मास्क और ग्लब्स सीधे डस्टबिन में नहीं डालें, कोरोना मरीजों का कूड़ा यह एजेंसी ले जाएगी

Tricity Today | Noida Gate

नोएडा शहर के निवासियों के लिए यह बेहद महत्वपूर्ण खबर है। नोएडा विकास प्राधिकरण ने लोगों को अलर्ट दिया है कि रोजमर्रा इस्तेमाल किए जा रहे मास्क और ग्लब्स सीधे कूड़ेदान में नहीं डालें। इसके अलावा जिन घरों में कोरोना संक्रमण के संदिग्ध मरीज अथवा अस्पतालों से लौटकर आए नेगेटिव मरीज हैं, वह किसी भी सूरत में कूड़ा सीधे डस्टबिन में नहीं डालेंगे। ऐसे घरों से कूड़ा ले जाने के लिए एक एजेंसी नियुक्त की गई है। जिसका हेल्पलाइन नंबर विकास प्राधिकरण की ओर से जारी किया गया है।

नोएडा की मुख्य कार्यपालक अधिकारी ऋतु महेश्वरी ने बताया कि भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी जन सामान्य को कोविड-19 महामारी से बचाव करने के लिए मास्क और ग्लब्स का उपयोग करना अनिवार्य कर दिया है। शहर के लोग वायरस से बचाव के लिए मास्क और ग्लब्स का अवश्य उपयोग करें। लेकिन शहर के लोगों से अपेक्षा की जाती है कि वे उपयोग में लाए गए मास्क और ग्लब्स इत्यादि सीधे अपने कूड़ादान में नहीं डालें। 

जिससे इनका दोबारा उपयोग में हो, इसके लिए इनको काटकर पहले 72 घंटे के लिए एक पेपर बैग में रख दें। उसके बाद अपने कूड़ेदान में डाल दें। मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने कहा शहर के जिन घरों में संक्रमण के संदिग्ध लोग हैं या संक्रमण का उपचार करवाने के बाद अस्पताल से लौटकर वापस आए हैं, उन्हें विशेष ख्याल रखने की आवश्यकता है। ऐसे मरीजों के उपचार के दौरान कोई भी बायोमेडिकल वेस्ट जैसे डिस्पोजेबल सिरिंज, मल-मूत्र और डायपर आदि को अपने कूड़ेदान में नहीं डालें। संदिग्ध या उपचारित होने के बाद वापस लौटे मरीजों से जुड़ा कूड़ा पीले बैग में रख लें। विकास प्राधिकरण की ओर से अधिकृत रूप से नियुक्त किए गए वंडर एजी एनवायरो इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड को फोन करके सूचित करें। 

इस एजेंसी की ओर से व्यक्ति घर पहुंचेगा। उसे पीला बैग सौंप दें। एजेंसी से संपर्क करने के लिए टोल फ्री नंबर 18001807995 और 7428999189 पर कॉल करें। दरअसल, इस तरह के अपशिष्ट को सीधे कूड़ेदान में फेंकने से विकास प्राधिकरण के वह कर्मचारी वायरस की चपेट में आ सकते हैं, जो घरों से कूड़ा उठाने जा रहे हैं।

विकास प्राधिकरण ने कर्मचारियों को बचाने के लिए यह कदम उठाया है। इसके अलावा कूड़ा घरों से निकलने के बाद डंपिंग ग्राउंड तक पहुंचने के दौरान लंबा रास्ता तय करता है। इस दौरान इस तरह की वायरस संयुक्त चीजें बड़ी परेशानी का सबब बन सकती हैं। आपको बता दें कि नोएडा शहर में रोजाना बड़ी संख्या में कोरोना वायरस से संक्रमित लोग सामने आ रहे हैं। जिसके बाद गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस और विकास प्राधिकरण बड़े कदम उठा रहे हैं।

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