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नोएडा विकास प्राधिकरण ने अपने स्थाई और अस्थाई कर्मचारियों का कोरोना वायरस टेस्ट करवाने का निर्णय लिया है। इस टेस्ट का मकसद संक्रमित स्टाफ का पता लगाकर अर्ली स्टेज पर ऐसे कर्मचारियों का इलाज करना है। विकास प्राधिकरण अपने करीब 5,000 कर्मचारियों का कोरोना वायरस टेस्ट करवा रहा है।
प्राधिकरण अधिकारियों ने बताया कि बीते सोमवार से यह अभियान शुरू कर दिया गया है। नोएडा सेक्टर-6 के प्रशासनिक भवन में जांच शिविर आयोजित किया जा रहा है। अगले एक सप्ताह के दौरान सभी 5000 कर्मचारियों का टेस्ट कर लिया जाएगा। यह टेस्ट रैपिड एंटीजन किट्स के माध्यम से किए जा रहे हैं।
इस अभियान में विकास प्राधिकरण के 1,200 स्थाई कर्मचारी और शीर्ष अधिकारियों की जांच की जाएगी। 4,000 अस्थाई कर्मचारियों की जांच भी होगी। यह 4000 कर्मचारी स्वच्छता अभियान और जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति में लगे हुए हैं। विकास प्राधिकरण के सीनियर प्रोजेक्ट इंजीनियर एससी मिश्रा ने बताया कि सोमवार को पहले दिन 132 कर्मचारियों का टेस्ट किया गया था। उनमें से केवल एक कर्मचारी पॉजिटिव पाया गया था। यह एक सहायक अभियंता है। संक्रमण को रोकने के लिए प्राधिकरण सभी जरूरी उपाय कर रहा है।
नोएडा विकास प्राधिकरण का जल विभाग सेक्टर-5 में है। उद्यान विभाग सेक्टर-39 में और अभियंत्रण विभाग सेक्टर-19 में हैं। इनके अलावा शहर में प्राधिकरण के कई और छोटे-छोटे कार्यालय भी हैं। एससी मिश्रा ने कहा, "इस सप्ताह और ज्यादा से ज्यादा अगले सप्ताह में हम अपने सभी कर्मचारियों का टेस्ट कर लेंगे। इन विशेष जांच शिविरों में हमारे स्थाई और अस्थाई कर्मचारियों की जांच की जाएगी।"
सोमवार को पहले दिन प्राधिकरण के शीर्ष अधिकारियों में दो अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी और तीनों विशेष कार्य अधिकारी का टेस्ट किया गया है। पांचों अधिकारियों का टेस्ट नेगेटिव आया है। पिछले महीने विकास प्राधिकरण के 5 अधिकारी कोरोना वायरस से पॉजिटिव पाए गए थे। इनमें एक विशेष कार्य अधिकारी भी शामिल थे। सभी पांचों लोग स्वस्थ हो चुके हैं।
शहर की रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन, अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन और दूसरे सामाजिक संगठन लगातार मांग कर रहे हैं कि स्वच्छता अभियान, कचरा प्रबंधन और कंटेनमेंट जोन में जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति कर रहे कर्मचारियों का टेस्ट किया जाना चाहिए। यह सभी लोग संक्रमण के संभावित माध्यम हो सकते हैं। गौतमबुद्ध नगर के कोविड-19 नोडल अधिकारी नरेंद्र भूषण ने कहा, "जिला प्रशासन आरडब्लूए और एओए की सहायता लेकर रैपिड एंटीजन टेस्ट करवा रहा है। हमने सभी सामाजिक संगठनों से निवेदन किया है कि वह रैपिड एंटीजन टेस्ट करवाने के लिए शिविरों का आयोजन करवाएं। इसका उद्देश्य संक्रमित लोगों का पता लगाकर जल्दी से जल्दी उपचार शुरू करना है।"