Google Image | Ritu Maheshwari IAS, Noida CEO
नोएडा विकास प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी ऋतु महेश्वरी ने बुधवार को शहर में सफाई इंतजामों का जिम्मा संभाल रही कंपनियों के साथ ऑनलाइन बैठक की है। इस बैठक में प्राधिकरण के अफसर भी शामिल हुए। इस दौरान सीईओ ने साफ कहा कि शहर की सफाई में कोई भी लापरवाही नहीं चलेगी। लापरवाही बरतने वाले कर्मचारी, अधिकारी और कंपनी एक्शन के लिए तैयार रहें। इस दौरान सफाई व्यवस्थाओं की समीक्षा की गई। कमियां मिलने पर भुगतान में कटौती और पेनल्टी लगाई गई हैं।
नोएडा प्राधिकरण की सीईओ ने बुधवार को बायोरीमीडिएशन, मैकेनिकल स्वीपिंग और सीएंडडी वेस्ट के कार्य के लिए अनुबंधित एजेंसियों के साथ बैठक की है। इस दौरान रोड की सफाई में लगी कंपनी बीबीजी प्राइवेट लिमिटेड, निर्माणाधीन मलबा निस्तारण करने वाली कम्पनी रैम्की और कूड़ा निस्तारण करने वाली जिग्मा ग्लोबल शामिल हुईं। इस दौरान नोएडा के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी प्रवीण मिश्र, विशेष कार्याधिकारी और जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक में जिग्मा ग्लोबल को सेक्टर-145 साइट को दिसंबर तक खाली करने के आदेश दिए हैं। कहा है कि हर सप्ताह ड्रोन के जरिए फोटो खींचकर उपलब्ध करवाएं। जिससे जानकारी हो कि किस पाॅकेट को साफ किया गया है। जनस्वास्थ्य विभाग का एक कर्मचारी साइट पर तैनात किया जाए, जो प्रतिदिन की रिपोर्ट पेश करे। वहीं, ओएसडी और जनस्वास्थ्य विभाग के प्रभारी अपने स्तर पर पर्यवेक्षण को सुनिश्चित करेंगे। इसके अलावा साइट पर पेड़-पौधे लगाकर इसे विकसित करेंगे।
मैकेनिकल स्वीपिंग कर रही बीबीजी कंपनी ने अच्छा कार्य नहीं किया है। श्रमिकों की उपस्थित सत्यापित करने और मशीनों को सही तरह से संचालित करने का आदेश दिया है। सड़कों, किनारों, फुटपाथ और सेंट्रल वर्ज को पूरी तरह से साफ करने को कहा गया हैं। कंपनी ने आश्वासन दिया कि भविष्य में कोई कमी नहीं रहेगी।
रैम्की कंपनी द्वारा की जा रही सड़कों की मैकेनेकिल स्वीपिंग के कार्य पर सीईओ ने असंतोष जताया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह कंपनी के भुगतान में कटौती करें। कंपनी को निर्देश दिए कि निर्माणाधीन मलबा एकत्रित करने के लिए निर्धारित स्थलों की चिह्नित कर तत्काल सूची उपलब्ध कराएं। मलबा इकट्ठा करने वाली गाड़ियों का सत्यापन करें और हेल्पलाइन नंबर क्रियाशील रहे। इसकी जांच की जाएगी। सीईओ ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रतिदिन एक घंटे शहर का भ्रमण कर स्वच्छता सुनिश्चित की जाए। यदि संविदाकार लापारवाही बरत रहे हैं तो उनके भुगतान में कटौती की जाए व ब्लैक लिस्ट किया जाए।