Google Image | प्रतीकात्मक फोटो
गौतमबुद्ध नगर में जून और जुलाई महीनों के दौरान रोजाना बड़ी संख्या में संक्रमण का शिकार होकर नए मरीज सामने आ रहे हैं। जिसके परिणाम स्वरूप नोएडा और ग्रेटर नोएडा के शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ कस्बों और गांवों में भी मरीज बढ़े हैं। जिले में रैपिड टेस्ट कैंप लगने के बाद रोजाना बड़ी संख्या में मरीजों की पहचान की जा रही है। ऐसे में कंटेनमेंट जोन की संख्या भी बढ़कर अब तक की सबसे ज्यादा हो गई है।
सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से कंटेनमेंट जोन की नई लिस्ट जारी की गई है। लिस्ट में 524 कंटेनमेंट जोन शामिल किए गए हैं। इनमें से 475 कंटेनमेंट जोन श्रेणी एक में हैं। मतलब इन आवासीय परिक्षेत्रों में संक्रमित मरीजों की संख्या केवल एक है। दूसरी श्रेणी में कंटेनमेंट जोन की संख्या 49 है। इन आवासीय क्षेत्रों में एक से अधिक मरीजों के निवास स्थान हैं।
कंटेनमेंट जोन के नए मानकों के मुताबिक अब किसी हाउसिंग सोसाइटी में एक मरीज मिलने पर सोसायटी के उस टावर को सील कर दिया जाता है, जिसमें संक्रमित मरीज का फ्लैट है। अगर सोसाइटी के एक से अधिक टावर में संक्रमित मरीज मिलते हैं तो उन सभी टावरों को सील करने के साथ-साथ सामुदायिक उपयोग के क्षेत्रों को भी सील किया जा रहा है। दूसरी ओर सेक्टरों, कस्बों और गांवों में किसी आवासीय परिक्षेत्र में एक मरीज मिलने पर ढाई सौ मीटर के दायरे में सीलिंग की जा रही है। एक से अधिक मरीज मिलने पर कंटेनमेंट जोन का दायरा 500 मीटर होता है।
आपको बता दें कि सोमवार को गौतमबुद्ध नगर में 79 नए लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। जिसके बाद जिले में अब तक इस महामारी की चपेट में आने वाले लोगों की संख्या 5509 हो चुकी है। वहीं, अब तक नोएडा, ग्रेटर नोएडा, दादरी, जेवर और दनकौर में 43 लोग संक्रमण के कारण मर चुके हैं।
उत्तर प्रदेश के स्टेट सर्विलांस ऑफिसर ने सोमवार की शाम कोरोना वायरस संक्रमण से जुड़े ताजा आंकड़े जारी की हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि गौतमबुद्ध नगर में पिछले 24 घंटों के दौरान 79 लोग और संक्रमण की चपेट में आए हैं। दूसरी ओर सोमवार को जिले में 43 लोग स्वस्थ होने के बाद कोविड-19 अस्पतालों से डिस्चार्ज कर दिए गए हैं। अब जिले के 6 कोविड-19 अस्पतालों में 921 मरीजों का इलाज किया जा रहा है। अब तक 4545 मरीज इस महामारी से निजात पा चुके हैं। अब तक जिले में 5509 लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं।