अब अर्जुन भाटी ने अपने फटे जूते बेचकर 3.30 लाख रुपये प्रधानमंत्री राहत कोष में भेजे, जानिए इन जूतों की कहानी

अब अर्जुन भाटी ने अपने फटे जूते बेचकर 3.30 लाख रुपये प्रधानमंत्री राहत कोष में भेजे, जानिए इन जूतों की कहानी

अब अर्जुन भाटी ने अपने फटे जूते बेचकर 3.30 लाख रुपये प्रधानमंत्री राहत कोष में भेजे, जानिए इन जूतों की कहानी

Tricity Today | Arjun Bhati

जूनियर गोल्फ वर्ल्ड चैंपियन अर्जुन भाटी ने एक बार फिर बड़ा काम किया है। अर्जुन ने अपने फ़टे जूते बेचकर ₹3,30,000 जुटाए और प्रधानमंत्री राहत कोष को भेजे हैं। इससे पहले अर्जुन भाटी ने अपनी ट्रॉफी बेचकर पैसे जुटाए थे और प्रधानमंत्री केयर फंड को भेजे थे। इसके बाद खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके अर्जुन भाटी को धन्यवाद ज्ञापित किया था। इन फटे जूतों की कहानी कम दिलचस्प नहीं है।

अर्जुन भाटी ने बताया, "मैंने जिन कटे हुए जूतों के साथ अमेरिका में जूनियर गोल्फ वर्ल्ड चैंपियनशिप की ट्रॉफी जीती थी, वो जूते 3,30,000 रुपये में बेचे हैं। जूते वनीश प्रधान जी ने ले लिए और मैंने यह पैसे पीएम केयर्स फंड में दान कर दिए हैं। हम रहें या ना रहें, मेरा देश रहना चाहिए। कोरोना से सभी को बचाना है।"

अर्जुन ने बताया, "ग्रेटर नोएडा में डिपार्टमेंटल स्टोर्स के मालिक वनीष प्रधान का सोमवार को फोन आया। उन्होंने कहा कि मुझे भी एक ट्रॉफी दे दो। मैंने उनसे कहा कि ट्रॉफी तो पिछली बार सारी लोगों ने खरीद लीं। आप मेरे फटे जूते खरीद लीजिए। इस पर वह हंसने लगे। मैंने उनसे कहा, यह जूते मेरे जीवन की सबसे बड़ी धरोहर हैं। इन्हें पहनकर मैं यूएस वर्ल्ड चैंपियनशिप खेल रहा था। तभी गोल्फ स्टिक लगने से यह जूते फट गए। मेरा अंगूठा भी कट गया था। लेकिन मैं चैंपियनशिप जीत गया।"

अर्जुन ने बताया कि वनीष प्रधान ने मुझे सोमवार को 3,30,000 रुपये दिए और वह पैसे मैंने पीएम केयर्स फंड को भेज दिए हैं। आपको बता दें कि अर्जुन भाटी ने अपने छोटे से 8 साल के करियर में अर्जित की गई 102 ट्रॉफी लोगों को बेचकर ₹4,30,000 अर्जित किए थे। अर्जुन ने यह धनराशि प्राइम मिनिस्टर केयर फंड में जमा कर दी थी। जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोट रिट्वीट किया। प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा था, "कोरोनावायरस की महामारी से निपटने के लिए देशवासियों की यही वह भावना है, जो सबसे बड़ा संबल देती है।"

आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा के निवासी और जूनियर गोल्फ वर्ल्ड चैंपियन अर्जुन भाटी ने बेमिसाल काम किया है। अपने 8 साल के करियर में अर्जित की गई 102 ट्रॉफी और मेडल लोगों को देखकर ₹4,30,000 अर्जित किए। अब उन्होंने अपने जूते बेचकर एक बार फिर 3,30,000 रुपये दान दिए हैं।

अर्जुन भाटी इससे पहले एक लाख रुपये प्रधानमंत्री राहत कोष में दे चुके हैं। ग्रेटर नोएडा के जेपी गोल्फ कोर्स में रहने वाले अर्जुन भाटी ने बड़ा काम किया है। अर्जुन ने अपने 8 साल के छोटे से करियर में अब तक 102 सम्मान प्रतीक हासिल किए। ये सारी ट्रॉफी और पदक उन्होंने शहर के लोगों, अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को दे दिए। इसके बदले में न्यूनतम धनराशि देने का आग्रह किया। लोगों ने इन ट्रॉफी और पदक के सापेक्ष अपनी इच्छा से उन्हें पैसे दिए। जिससे ₹4,30,000 की धनराशि एकत्र हुई।

अर्जुन भाटी ने बताया कि यह ₹4,30,000 की धनराशि उन्होंने कोरोनावायरस से लड़ने के लिए प्रधानमंत्री केयर फंड को दे दी है। आपको बता दें कि करीब 10 दिन पहले अर्जुन भाटी ने कोरोनावायरस से फैली महामारी के खिलाफ चल रहे अभियान को आर्थिक मदद देने के लिए एक लाख रुपये प्रधानमंत्री राहत कोष में भी दिए थे। अर्जुन भाटी की दादी ने अपनी एक साल की पेंशन करीब चार लाख रुपए प्रधानमंत्री राहत कोष को दी है।

अर्जुन के दादा द्वितीय विश्व युद्ध के भारतीय सैनिक रहे थे। वर्ष 2005 में उनकी मृत्यु हो चुकी है। अब उनकी दादी को भारत सरकार पेंशन देती है। अपनी एक साल की पेंशन उन्होंने प्रधानमंत्री राहत कोष को दी है। इस तरह अर्जुन भाटी और उनकी दादी अब तक करीब 10 लाख रुपए प्रधानमंत्री राहत कोष और पीएम केयर फंड को दे चुके हैं।

अर्जुन ने कहा, मैंने 8 साल में देश-विदेश से 102 ट्रॉफी जीतकर कमाई हैं। ये 102 ट्रोफ़ी देश पर आए संकट के समय मैंने 102 लोगों को दे दीं। उनसे आए हुए कुल 4,30,000 रुपये आज PM Care Fund में देश की मदद को दिए हैं। ये सुनकर दादी रोई और बोलीं, "तू सच में अर्जुन है, आज देश के लोग बचने चाहिएं ट्रॉफी तो फिर आ जाएंगी।"

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