Tricity Today | Greater noida West
ग्रेटर नोएडा में बिजली की मांग को देखते हुए सब स्टेशन की क्षमता कम पड़ने लगी है। शहर की बिजली जरूरत में हर साल इजाफा हो रहा है। इसे देखते हुए शहर में तीन नए सब स्टेशन बनाने की योजना है। इनके लिए प्राधिकरण ने जमीन मांगी है। यह बिजली घर ग्रेटर वेस्ट और ईस्ट समेत गांवों की बिजली जरूरत को भी पूरा करेंगे।
ग्रेटर नोएडा में बिजली की आपूर्ति सूरजपुर 132 केवी स्टेशन व 220 केवी आरसी ग्रीन सब स्टेशन से होती है। इस साल बिजली की मांग साढ़े चार सौ मेगावॉट तक पहुंची थी, अगले साल इसके पांच सौ मेगावॉट के अधिकतम आंकड़े को पार करने का अनुमान है। इस मांग को पूरा करने के लिए ट्रांसमिशन नेटवर्क को मजबूत करने की जरूरत है। इसलिए शहर में तीन नए सब स्टेशन का प्रस्ताव है। एक सब स्टेशन ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस वे के नजदीक व दूसरा जलपुरा में बनाने की योजना है। एक्सप्रेस वे के समीप बनने वाले सब स्टेशन से सेक्टर छह, सात, आठ, नौ, दस व 11, ईकोटेक एक एक्सटेंशन एक, अमरपुर, नियाना आदि गांवों की बिजली आपूर्ति बेहतर होगी। वहीं जलपुरा सब स्टेशन से ग्रेटर नोएडा वेस्ट की बिजली जरूरत पूरा करने में मदद मिलेगी। ग्रेटर नोएडा वेस्ट की बिजली जरूरत अगले साल सौ मेगावॉट से अधिक होने का अनुमान है।
एनपीसीएल अधिकारियों का कहना है कि कंपनी के पास बिजली की उपलब्धता पर्याप्त है, लेकिन सबसे बड़ी चुनौती बिजली भार को लेकर है। अगर ट्रांसमिशन नेटवर्क बेहतर होगा तो बिजली की मांग पूरा करना आसान हो जाएगा। इसलिए नए सब स्टेशन का प्रस्ताव है। एनपीसीएल के वीपी सारनाथ गांगुली ने कहा कि ग्रेटर नोएडा की बिजली मांग हर साल बढ़ रही है। नए सब स्टेशन बनने से बिजली मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी।