Ola और Uber के चालक दिल्ली-एनसीआर में हड़ताल पर

Ola और Uber के चालक दिल्ली-एनसीआर में हड़ताल पर

Ola और Uber के चालक दिल्ली-एनसीआर में हड़ताल पर

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो

Ola and Uber के कैब ड्राइवर आज  हड़ताल पर हैं। जिसके चलते लोगों को परेशानियों का सामना करना पद रहा है। कैब सेवा देने वाले Ola और Uber के चालक COVID-19 के मद्देनजर कर्ज की किस्त भुगतान पर लगाई गई रोक को बढ़ाने और भाड़े में इजाफा किए जाने की मांग को लेकर Delhi-NCR में मंगलवार को हड़ताल पर चले गए हैं। 

'सर्वोदय ड्राइवर्स एसोसिएशन ऑफ डेल्ही के अध्यक्ष कमलजीत सिंह गिल ने बताया कि हड़ताल कर रहे सभी कैब चालक आज दिन में मंडी हाउस पर जमा होंगे और कर्ज की किस्त भुगतान पर लगाई गई रोक बढ़ाने तथा भाड़े में इजाफा की मांग करेंगे।

गिल ने कहा, ''हड़ताल की वजह से ग्रेटर नोएडा, द्वारका और उत्तम नगर सहित दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में कैब की कमी रही।कैब की हड़ताल की वजह से आईआईअी-जेईई मेन परीक्षा देने जा रहे छात्रों और अन्य लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

गिल ने कहा, "लॉकडाउन के कारण गंभीर आर्थिक संकट की वजह से चालक मासिक किस्त अदा करने में असमर्थ हैं। ऋण की किस्त की अदायगी पर लगाई गई रोक आज खत्म हो गई और बैंक पहले से ही हम पर दबाव बना रहे हैं। चालकों को डर है कि किस्त नहीं भरने पर बैंक उनकी गाड़ी ले जाएंगे।"

चालकों के हड़ताल पर जाने की घोषणा को लेकर ओला और उबर की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। हड़ताल से बड़ी संख्या में लोगों को दिक्कत हो सकती है, क्योंकि मेट्रो सेवा पहले से ही बंद है और सरकारी बसें सामाजिक दूरी के नियम के मद्देनजर कम क्षमता के साथ चल रही हैं।

'सर्वोदय ड्राइवर्स एसोसिएशन ऑफ डेल्ही के अध्यक्ष कमलजीत सिंह गिल ने बताया कि हड़ताल कर रहे सभी कैब चालक आज दिन में मंडी हाउस पर जमा होंगे और कर्ज की किस्त भुगतान पर लगाई गई रोक बढ़ाने तथा भाड़े में इजाफा की मांग करेंगे।

गिल ने कहा, ''हड़ताल की वजह से ग्रेटर नोएडा, द्वारका और उत्तम नगर सहित दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में कैब की कमी रही।कैब की हड़ताल की वजह से आईआईअी-जेईई मेन परीक्षा देने जा रहे छात्रों और अन्य लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

गिल ने कहा, "लॉकडाउन के कारण गंभीर आर्थिक संकट की वजह से चालक मासिक किस्त अदा करने में असमर्थ हैं। ऋण की किस्त की अदायगी पर लगाई गई रोक आज खत्म हो गई और बैंक पहले से ही हम पर दबाव बना रहे हैं। चालकों को डर है कि किस्त नहीं भरने पर बैंक उनकी गाड़ी ले जाएंगे।"

चालकों के हड़ताल पर जाने की घोषणा को लेकर ओला और उबर की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। हड़ताल से बड़ी संख्या में लोगों को दिक्कत हो सकती है, क्योंकि मेट्रो सेवा पहले से ही बंद है और सरकारी बसें सामाजिक दूरी के नियम के मद्देनजर कम क्षमता के साथ चल रही हैं।

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