COVID-19 Update: गौतमबुद्ध नगर के लिए एक अच्छी खबर और दूसरी अच्छी नहीं

COVID-19 Update: गौतमबुद्ध नगर के लिए एक अच्छी खबर और दूसरी अच्छी नहीं

COVID-19 Update: गौतमबुद्ध नगर के लिए एक अच्छी खबर और दूसरी अच्छी नहीं

Tricity Today | Noida Gate

गौतमबुद्ध नगर में कोरोनावायरस के खिलाफ करीब 3 महीने से अभियान चल रहा है। जिले में संक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। लेकिन साथ ही साथ लोग ठीक होकर अपने घर पहुंच रहे हैं। कोरोनावायरस के संक्रमण से जुड़ी 2 खबरें महत्वपूर्ण हैं। एक खबर जिले के लिए अच्छी है तो दूसरी खबर अच्छी नहीं है। अच्छी खबर यह है कि गौतमबुद्ध नगर में कोरोना संक्रमण से होने वाली मृत्यु दर प्रदेश और देश के सापेक्ष काफी कम है। जिले में अब तक पांच मरीजों की मौत हुई हैं। जबकि, मरीजों की संख्या 302 है। इस तरह जिले में कोरोना संक्रमण से मृत्यु दर 1.65 है। यह दर उत्तर प्रदेश में यह 2.45 है।

दूसरी खबर अच्छी नहीं है। दरअसल, अब गौतमबुद्ध नगर ट्रिपल सेंचुरी यानी 300 से ज्यादा संक्रमण के मामलों वाले जिलों में शामिल हो गया है। उत्तर प्रदेश में ऐसे केवल 5 जिले हैं। गौतमबुद्ध नगर, मेरठ, आगरा कानपुर और लखनऊ जिलों में ही अब तक 300 से ज्यादा मरीज पाए गए हैं। इलाज के लिहाज से भी प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर नोएडा-ग्रेटर नोएडा का औसत बेहतर है। राज्य में कानपुर की इलाज दर प्रदेश में सबसे अच्छी है। वहीं, राजधानी लखनऊ की मृत्य दर सबसे कम है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण से सबसे अधिक मौतें आगरा में हुई हैं। इस बीमारी से यहां 27 मौत हो चुकी हैं, लेकिन मेरठ की मृत्यु दर सबसे अधिक है। 20 मई तक आगरा में 836 संक्रमित मरीजों में 27 की मौत हुई।

मेरठ में मृत्यु दर 6.2 है। जबकि, आगरा में 3.2 है। गौतमबुद्ध नगर में यह दर 1.65 है। मरीजों के इलाज के लिहाज से कानपुर सबसे बेहतर है। लेकिन वहां मृत्यु दर गौतमबुद्ध नगर से अधिक है। 300 से अधिक संक्रमित मरीजों वाले जिलों में गौतमबुद्ध नगर अब तक करीब 70 प्रतिशत मरीजों को स्वस्थ कर चुका है।

मरीजों के इलाज में कानपुर बेहतर
मरीजों के इलाज के लिहाज से कानपुर सबसे बेहतर है। कानपुर में 318 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इसमें से 288 स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। अब तक स्वस्थ होने वालों का प्रतिशत 90.56 है, जो उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा है। इस मामले में लखनऊ दूसरे स्थान पर है। 20 मई तक मरीजों के इलाज में लखनऊ दूसरे स्थान पर था। यहां 308 मरीज में 232 स्वस्थ हो चुके हैं। ठीक होने वालों का प्रतिशत 75.32 है। सबसे अधिक मौत के बावजूद आगरा 74.7 प्रतिशत मरीजों को स्वस्थ कर चुका है।

गौतमबुद्ध नगर में अब तक 70 प्रतिशत मरीज ठीक हुए हैं
नोएडा और ग्रेटर नोएडा में करीब 70 प्रतिशत मरीज स्वस्थ हुए हैं। मेरठ में अब तक केवल 55 प्रतिशत मरीजों को ठीक करके घर भेजा गया है। यहां 337 मरीजों में से बस 184 मरीज स्वस्थ हुए हैं।

गौतमबुद्ध नगर को अच्छे अस्पतालों के लाभ मिला
गौतमबुद्ध नगर के नोएडा और ग्रेटर नोएडा शहरों में उत्तर प्रदेश के सबसे अच्छे अस्पताल हैं। नोएडा में सुपर स्पेशलिटी चाइल्ड पीजीआई में कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा रहा है। यह संस्थान अपने आप में पायनियर है। दूसरी ओर ग्रेटर नोएडा में राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान और शारदा अस्पताल में कोविड-19 के आइसोलेशन वार्ड काम कर रहे हैं। इन दोनों अस्पतालों ने भी शानदार काम किया है। अकेला शारदा अस्पताल अब तक करीब 100 मरीजों को ठीक करके घर भेज चुका है। जिले में कोरोनावायरस के मरीजों का उपचार सबसे पहले राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान नहीं शुरू किया था। 8 मार्च को नोएडा में मिला पहला मरीज जिम्स में ही भर्ती किया गया था।

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