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फरीदाबाद से नोएडा आने के लिए लोग हाइवे या आगरा नहर रोड का उपयोग करते हैं। इन दोनों रूट पर लोगों को जाम से जूझना पड़ता है। ग्रेटर फरीदाबाद बसने के बाद काफी लोगों का दिल्ली और नोएडा तक आना-जाना लगा रहता है। इससे एनएचएआई ने 2018 में डीएनडी से सेक्टर-37 बाईपास रोड को 12 लेन बनाने की योजना बनाई थी। सेक्टर-37 से सेक्टर-59 कैल गांव तक करीब 22 किमी बाईपास रोड को 12 लेन का बनाया जाना है।
यहां से प्रस्तावित ग्रीनफील्ड कॉरिडोर सोहना तक बनाया जाएगा। इसके लिए जमीन अधिग्रहण करके एनएचएआई ने किसानों को मुआवजा देना शुरू कर दिया है। इससे डीएनडी से सोहना पहुंचना सुगम हो जाएगा। डीएनडी नोएडा से फरीदाबाद के सेक्टर-37 बाईपास रोड को 12 लेन बनाने की महत्वाकांक्षी योजना को पंख लगने लगे हैं। एनएचएआई ने मिट्टी के परीक्षण का काम शुरू करवा दिया है। रोड पर जगह-जगह मिट्टी का परीक्षण चल रहा है। वहीं, सेक्टर-62-65 के पास पेड़ों की कटाई भी शुरू कर दी गई है।
डीएनडी से शुरू होकर फ्रेंड्स कॉलोनी, ओखला यमुना बैराज से होते हुए एलिवेटेड रोड ग्राउंड पर आएगा। इस बीच जहां चैराहे या फिर रेड लाइट आएंगी, वहां रोड को ऊंचा बनाया जाएगा। यह रोड सोहना तक करीब 60 किमी होगा। कैल गांव में समाप्ति पर इस रोड को प्रस्तावित ग्रीनफील्ड कॉरिडोर से जोड़ा जाएगा। नई योजना के अनुसार फरीदाबाद में पड़ने वाले बाईपास रोड को 12 लेन का बनाया जाएगा। इसमें 6 लेन का मेन कैरिज-वे होगा। दोनों तरफ 3-3 लेन का सर्विस रोड होगा। इसके लिए मौजूदा बाईपास रोड की जगह 70 मीटर चैड़ाई की जमीन की जरूरत पड़ेगी। इसके लिए हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने जमीन से कब्जा हटाने की बात कही है। इसके चलते पिछले दिनों प्राधिकरण ने किसान मजदूर कॉलोनी से अतिक्रमण हटाया था।
एनएचएआई तकनीक मैनेजर धीरज कुमार ने बताया कि, डीएनडी से फरीदाबाद और फरीदाबाद से नोएडा या फिर सोहना पहुंचना बेहद सुगम हो जाएगा। लोग कुछ ही देर में गंतव्य पर पहुंच जाएंगे। इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए मिट्टी परीक्षण और पेड़ कटाई का काम शुरू कर दिया है। अतिक्रमण हटाने का काम भी प्राधिकरण कर रहा है।