BREAKING: नोएडा प्राधिकरण में आग लगी, इंडस्ट्री डिपार्टमेंट की फाइलें जलीं

BREAKING: नोएडा प्राधिकरण में आग लगी, इंडस्ट्री डिपार्टमेंट की फाइलें जलीं

BREAKING: नोएडा प्राधिकरण में आग लगी, इंडस्ट्री डिपार्टमेंट की फाइलें जलीं

Tricity Today | नोएडा प्राधिकरण में आग लगी

नोएडा विकास प्राधिकरण से बड़ी खबर सामने आ रही है। विकास प्राधिकरण के इंडस्ट्री डिपार्टमेंट में आग लगी है। जानकारी मिल रही है कि बड़ी संख्या में फाइलें जल गई हैं। यह आग विभाग के रिकॉर्ड रूम में लगी है। आग लगने की जानकारी स्थानीय पुलिस और फायर ब्रिगेड को दी गई। प्राधिकरण के कर्मचारियों और फायर ब्रिगेड ने मिलकर आग पर काबू पा लिया है। अभी कितना नुकसान हुआ है और आग लगने की वजह क्या रही है, इस बारे में पूरी जानकारी नहीं मिल पाई है।

सोमवार की सुबह करीब 9:00 बजे नोएडा विकास प्राधिकरण के इंडस्ट्री डिपार्टमेंट में आग लगने की जानकारी दी गई। बताया गया कि विभाग में किसी कारण आग लग गई है। इसके बाद आनन-फानन में स्थानीय पुलिस और फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंचे। आग बुझाने की कवायद शुरू करी गई। फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पा लिया है। इस घटना में इंडस्ट्री डिपार्टमेंट के रिकॉर्ड रूम में रखें बड़ी संख्या में फाइलें जली हैं।

हादसा या साजिश, पता लगाया जाएगा
इस घटना को लेकर तमाम तरह के सवाल खड़े हो गए हैं। यह हादसा है या किसी साजिश के तहत डिपार्टमेंट के रिकॉर्ड रूम में आग लगाई गई है, इसकी जांच की जाएगी। ऐसा विकास प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है। हालांकि, अभी आधिकारिक रूप से कोई बयान विकास प्राधिकरण की ओर से जारी नहीं किया गया है। लेकिन पिछले एक साल में यह दूसरी घटना है, जब विकास प्राधिकरण में आग लगी है और रिकॉर्ड जला है।

प्राधिकरण के 10 साल के कामकाज की जांच करवा रही है सरकार
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार नोएडा विकास प्राधिकरण के 10 वर्षों के कामकाज का ऑडिट सीएजी से करवाया रही है। सीएजी की ओर से ऑडिट रिपोर्ट सरकार को सौंपी जा चुकी है। हालांकि, अब तक इस मामले में कोई कार्यवाही आगे नहीं बढ़ी है। खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जानकारी दे चुके हैं कि नोएडा विकास प्राधिकरण में बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी की सरकारों के कार्यकाल में करीब 20,000 करोड रुपए के घोटाले अंजाम दिए गए हैं।

क्या सीएजी की जांच से ताल्लुक रखते हैं जलने वाले दस्तावेज 
आशंका जताई जा रही है कि इन सारे गोरखधंधों पर पर्दा डालने के लिए विकास प्राधिकरण में लगातार इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। प्राधिकरण के अधिकारियों ने सीएजी को भी मांगे गए दस्तावेज उपलब्ध नहीं करवाए थे। सीएजी की आपत्तियों और सवालों के जवाब भी नहीं दिए गए थे। अब आगजनी की घटनाओं में जलने वाले दस्तावेज क्या ऑडिट से ताल्लुक रखते हैं, यह सवाल उठ रहा है।

प्राधिकरण में 26 जून 2019 को भी आग लगी थी

इससे पहले नोएडा विकास प्राधिकरण के कार्यालय में 26 जून 2019 को भी आग लगी थी। उस दिन वर्क सर्किल-10 के कार्यालय के पीछे एक जूनियर इंजीनियर का दफ्तर जल गया था। कारण एसी में शॉर्ट सर्किट बताया गया था और घटना में सैकड़ों फाइलें जलकर खाक हो गई थीं। तत्कालीन मुख्य कार्यपालक अधिकारी आलोक टंडन ने मामले में जांच का आदेश दिया था। यह जांच विशेष कार्याधिकारी अविनाश त्रिपाठी को सौंपी गई थी। आग लगने की वजह और कौन सी फाइल जली थीं, इस बारे में अब तक कोई भी जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है। हालांकि, तब बताया जा रहा था कि वर्ष 2005 में हुए टेंडरों से जुड़ी फाइलें जलकर खाक हो गई हैं। उस वक्त विकास प्राधिकरण का सीएजी ऑडिट चल रहा था और प्राधिकरण के अफसरों पर दस्तावेज देने के लिए दबाव था।

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