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2020 में फिलहाल ऑटो सेक्टर 2019 से जारी सुस्ती से जूझता हुआ दिखाई दे रहा है। नए साल के पहले महीने जनवरी में पैसेंजर वाहनों की घरेलू बिक्री में 6.2 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। वाहन विनिर्माताओं के संगठन सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स सियाम ने सोमवार को यह जानकारी दी।
पैसेंजर वाहनों की घरेलू बिक्री में कमी का मुख्य कारण सकल घरेलू उत्पाद जीडीपी की वृद्धि दर में नरमी रहना और गाडिय़ों की मांग का कमजोर रहना है। सियाम के आंकड़ों के अनुसार जनवरी में घरेलू बाजार में कुल 262714 यात्री वाहनों की बिक्री हुई। जबकि जनवरी 2019 में यह आंकड़ा 280091 था। इस अवधि में कारों की बिक्री 8.1 फीसदी घटकर 164793 वाहन रही जबकि पिछले साल जनवरी में 179324 कारें बिकी थीं। सियाम ने कहा कि विभिन्न श्रेणियों के वाहनों की बिक्री जनवरी में 13.83 फीसदी घटकर 1739975 वाहन रही। जबकि पिछले साल जनवरी में कुल 2019253 वाहन बिके थे।
सियाम के अध्यक्ष राजन वढेरा ने कहा, जीडीपी वृद्धि दर के नीचे रहने और वाहन रखने की बढ़ती लागत के चलते वाहनों की बिक्री पर दबाव बना हुआ है। देश में एक अप्रैल सेभारत स्टेज.6 उत्सर्जन मानक लागू होने को देखते हुए वाहन विनिर्माताओं न बीएस4 से बीएस6 में बदलाव किया है। इस वजह से वाहनों की कीमत बढ़ी है। वहीं लागत में वृद्धि के चलते कई कंपनियों ने जनवरी में वाहन की कीमत बढ़ाई हैं।
वढेरा ने कहा, बुनियादी ढांचे और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को लेकर सरकार की हाल की घोषणाओं से हमें उम्मीद है कि यह वाहनों की बिक्री को बढ़ाएगी और वृद्धि को समर्थन करेगी। सियाम के मुताबिक समीक्षावधि में दोपहिया वाहन की बिक्री 16.06 प्रतिशत घटकर 1341005 इकाई रही। जबकि पिछले साल जनवरी में यह आंकड़ा 1597528 इकाई था। समीक्षावधि में मोटरसाइकिल की बिक्री 15.17 प्रतिशत गिरकर 871886 वाहन और स्कूटर की बिक्री 16.21 प्रतिशत घटकर 416594 वाहन रही। जनवरी 2019 में यह आंकड़ा क्रमश: 1027766 और 497169 वाहन था। सियाम के अनुसार जनवरी 2020 में वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री 14.04 प्रतिशत टूटकर 75289 वाहन रही जो जनवरी 2019 में 87591 वाहन थी।
सियाम के महानिदेशक राजेश मेनन ने कहा कि तिपहिया वाहन श्रेणी को छोड़कर सभी श्रेणियों के वाहनों की थोक बिक्री गिरी है। उन्होंने कहा हमें उम्मीद है कि जिस तरह की प्रतिक्रिया हमें अभी चल रहे ऑटो एक्सपो में मिल रही है, यह ग्राहकों की धारणा मजबूत करने में मदद करेगा। अब तक 70 से ज्यादा नई गाडिय़ां यहां पेश की जा चुकी हैं।