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नोएडा में सिटी सेंटर से लेकर ग्रेटर नोएडा वेस्ट में गौर सिटी तक रोड पूरी तरह रेड लाइट फ्री होगी। रोजाना इस मार्ग से सफर करने वाले करीब डेढ़ लाख लोगों को बड़ी राहत मिलने वाली है। इसके लिए सेक्टर-71 चौराहे पर अंडरपास का निर्माण चल रहा है। सेक्टर-122 में परथला गोल चक्कर पर फ्लाई ओवर बनेगा। बीच पड़ने वाली दूसरी छोटी सड़कों को सर्विस रोड के जरिए मेन रोड से जोड़ा जाएगा। मतलब, सीधे मेन रोड पर वेहिकल नहीं आएंगे।
सेक्टर-122 परथला चौक पर जाम से जूझते लोगों की राह आसान करने के लिए फ्लाई ओवर के निर्माण को मंजूरी दे दी गई है। यहां नीचे गोल चक्कर होगा और ऊपर से छह लेन का फ्लाई ओवर बनाया जाएगा। दिल्ली इंटिग्रेटिड मल्टीमॉडल ट्रांजिट सिस्टम (डिम्ट्स) को इसका डिजाइन तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है। डिजाइन का काम पूरा होने के बाद एस्टिमेट और टेंडर का काम शुरू होगा। इसमें करीब चार माह का समय लगेगा। प्राधिकरण के अफसरों का कहना है कि जुलाई के आसपास काम शुरू हो जाएगा।
विकास प्राधिकरण की ओर से राइट्स के सर्वे के मुताबिक इस मार्ग से रोजाना करीब 1.25 लाख वाहन रोजाना यहां से गुजरते हैं। डिम्स ने काम शुरू कर दिया है। साइट पर सर्वे चल रहा है। प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि फ्लाई ओवर की वजह से गोल चक्कर को खत्म नहीं किया जाएगा। बल्कि इसे बचाकर और खूबसूरत बनाया जाएगा। हालांकि, इसे कुछ छोटा किया जाएगा।
प्राधिकरण अफसरों का कहना है कि सीधे ग्रेटर नोएडा वेस्ट जाने वाले फ्लाई ओवर का उपयोग करेंगे लेकिन आसपास के सेक्टरों का ट्रैफिक गोल चक्कर से ही कंट्रोल होगा। गोल चक्कर फ्लाई ओवर का रास्ता नहीं लेने वाले वाहनों को नीचे से दायीं ओर मुड़ने की सुविधा देगा। परथला चौक पर फ्लाई ओवर की लंबाई करीब 800 मीटर रखी गई थी। लेकिन अब इसकी लंबाई केवल 650 मीटर होगी। इसकी अनुमानित लागत करीब 90 करोड़ रुपये थी, लेकिन अब यह 75-80 करोड़ रुपये में बनकर तैयार हो जाएगा।
परथला चौक से ग्रेटर नोएडा वेस्ट में गौर चौक तक अभी सेंट्रल वर्ज काफी चौड़ा है। फ्लाई ओवर के निर्माण के समय इसे और पतला किया जाएगा। फ्लाई ओवर का सेंट्रल वर्ज पहले से ही पतला रहेगा। लिहाजा, इससे उतरने वाले सेंट्रल वर्ज को भी पतला किया जाएगा। फ्लाई ओवर उतरने के बाद मुख्य सड़क करीब-करीब बंद हो जाएगी। अगर कोई नीचे से जाना चाहता है तो उसे भी रास्ता मिलना चाहिए। इसके लिए सर्विस रोड को मुख्य सड़क से मिलाकर रास्ता दिया जाएगा। इससे एफएनजी रोड से बायीं ओर मुड़कर किसान चौक जाने वाले वाहनों को रास्ता मिल सके।
फ्लाईओवर से नोएडा के सेक्टर-51, 52, 61, 70, 71, 72, 73, 74, 75, 76, 77, 78, 79, 121, 122 के अलावा ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लोगों को बड़ा फायदा होगा। दिल्ली से आने वाले वाहनों को सिग्नल फ्री सफर का आनंद मिलेगा। ऐसे वाहन जो गाजियाबाद, हापुड़, ग्रेटर नोएडा वेस्ट की ओर आएंगे, उन्हें बेहतर व्यवस्था मिलेगी। अभी परथला चौक पर रोजाना दो से तीन किलोमीटर लंबा जाम लगता है। यहां चारों ओर से आने वाले वाहनों की कतार लग जाती हैं। इससे बचने के लिए परथला चौक पर कुछ रास्तों को बंद किया गया है। इसके बावजूद आगे जाने के लिए मुड़ते समय जाम जैसे हालात हो जाते हैं। इसमें दो तरफ से आने वाला ट्रैफिक फंस जाता है और इस वजह से बैक फ्लो की समस्या आती है।
नोएडा प्राधिकरण के सीनियर मैनेजर मुकेश वैश्य ने बताया कि यह फ्लाई ओवर सेक्टर-121 की ओर से किसान चौक की ओर विकास मार्ग पर बनेगा। इसके नीचे से एफएनजी रोड निकलेगी। सर्वे का काम पूरा होने के बाद इसका एस्टिमेट तैयार किया जाएगा। फिर टेंडर होगा। करीब दो वर्ष में यह फ्लाईओवर बनकर तैयार हो जाएगा।