Google Image | डॉ. संबित पात्रा
तीन दिवसीय एमिटी इंटरनेशनल लिटरेचर फेस्टीवल-2020 के समापन समरोह को भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने सम्बोधित किया। डॉ.संबित पात्रा और एमिटी विश्वविद्यालय के चॉंसलर डॉ.अतुल चौहान ने विजेताओं के नामों की घोषणा की।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने कहा, 'तकनीक का उपयोग कर हम इस अनिश्चित समय का सदुपयोग अपने कौशल विकास में कर सकते हैं। प्रधानमंत्री जी ने भी कहा है कि हमें कोरोना संकट कै दौरान उपस्थित अवसरों को लाभ उठाना होगा।' भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ.संबित पात्रा रविवार को एमिटी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित एमिटी इंटरनेशनल लिटेचर फेस्टीवल-2020 के समापन समारोह में छात्रों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने आगे कहा, 'आज भले ही एमिटी इंटरनेशनल लिटेचर फेस्टीवल-2020 का समापन हो रहा है, परंतु भारत के लोग आजीवन सीखने के लिए तत्पर रहते हैं।'
डॉ.संबित पात्रा ने आगे कहा, 'भगवान श्रीकृष्ण ने अवतार लिया। वो हर पल हर कार्य को पूरी तन्मयता से करते रहे। चाहे वो बांसुरी बजाना हो, नृत्य करना हो या युद्ध करना। सही मायने में साहित्य या संगीत उत्सव वही है, जिसमें हम पूरी तन्मयता से हिस्सा लें और इसे आत्मसात करें। हमें सोशल मीडिया से परे सोचना होगा। करीब 34 वर्षों के उपरांत लागू की गई नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की सबसे अहम बात यही है। यह छात्रों को उनकी पसंदीदा विषय को पढ़ने या कौशल को सीखने की आजादी देती है। अपने जीवन के हर क्षण का आनंद लें। जो भी सीखना चाहते हैं, उसे पूरी तन्मयता से सीखें।'
एमिटी यूनिवर्सिटी हर साल तीन दिवसीय लिटरेचर फेस्टीवल का आयोजन करती है। कोरोना संकट की वजह से इस वर्ष इस तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन ऑनलाइन किया गया था। रविवार को इस कार्यक्रम का समापन हुआ। इसमें भाजपा के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ.संबित पात्रा, एमिटी विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश के चांसलर डॉ.अतुल चौहान, एमिटी विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश की वॉइस चांसलर डॉ (श्रीमती) बलविंदर शुक्ला और एमिटी इंटरनेशनल लिटेचर फेस्टीवल-2020 की निदेशिका डॉ.अल्पना कक्कड़ ने विजयी छात्रों के नामों की घोषणा की।
एमिटी इंटरनेशनल लिटेचर फेस्टीवल-2020 में 15 देशों से करीब 4000 छात्रों ने 15 साहित्य प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया। इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में 40 से अधिक विदेशी विशेषज्ञों ने अपने विचार व्यक्त किए। एमिटी विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश के चांसलर डॉ.अतुल चौहान ने छात्रों और अतिथियों को संबोधित करते हुए कहा कि एमिटी में हम हर कार्य छात्रों के विकास के लिए करते हैं। हम भारत सहित विश्व के बेहतरीन मस्तिष्क को शिक्षित करते हैं। एमिटी में हम भविष्य का नेतृत्व करने वाले युवा तैयार कर रहे हैं।
उन्होंने इस कार्यक्रम के बारे में कहा कि एमिटी इंटरनेशनल लिटेचर फेस्टीवल-2020 का मकसद छात्रों के अंदर नेतृत्व और कौशल का विकास करना है। ऐसे कार्यक्रमों के जरिए छात्रों को विश्व के प्रख्यात विद्वानों से मार्गदर्शन मिलता है।