दादरी के धूममानिकपुर गांव से श्रीचंद शर्मा के रूप में 63 साल बाद मिला दूसरा विधायक, गांव में जश्न का माहौल

दादरी के धूममानिकपुर गांव से श्रीचंद शर्मा के रूप में 63 साल बाद मिला दूसरा विधायक, गांव में जश्न का माहौल

दादरी के धूममानिकपुर गांव से श्रीचंद शर्मा के रूप में 63 साल बाद मिला दूसरा विधायक, गांव में जश्न का माहौल

Tricity Today | वर्ष 2000 में तत्कालीन मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह के साथ श्रीचंद शर्मा

गुरूवार को शिक्षक एमएलसी चुनाव की मतगणना। जिसमें भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार श्रीचंद शर्मा ने जीत हासिल की है। धूम मानिकपुर गांव के रहने वाले श्रीचंद शर्मा ने पहली बार कोई चुनाव लड़ा है। धूम मानिकपुर गांव से 63 साल बाद दूसरा विधायक मिला है। इससे पूर्व इस गांव से सत्यवती रावल विधायक रह चुकी हैं। वह स्वतंत्रता संग्राम सैनानी थीं।

धूम मानिकपुर गांव का नाम जनपद के बड़े रकबे वाले गांवों की सूची में शामिल है। गांव का रकबा करीब 52 हजार बीघा का है। इसलिए गांव को बावन हजारी गांव भी कहते हैं। वहीं, अब इस गांव की आबादी बढ़कर चालीस हजार के करीब है। आजादी के बाद वर्ष 1957 में गांव की रहने वाली सत्यवती रावल विधान सभा का चुनाव लड़ी थीं। वह कांग्रेस से चुनाव जीतकर आई थीं। उस वक्त दोहरे प्रतिनिधित्व की व्यवस्था थी। सत्यवती 1957 से 1962 तक 1800 दिन विधायक रही थीं। उनके साथ रामचंद्र विकल और बाबू तेज सिंह जैसे दिग्गज नेता दादरी का प्रतिनिधित्व कर रहे थे।

उन्होंने 1962 मार्च तक अपना कार्यकाल पूरा किया था। अब करीब 63 साल बाद गांव के रहने वाले श्रीचद शर्मा शिक्षक सीट से विधान परिषद सदस्य चुने गए हैं। इस तरह से इस गांव से आम जन का कार्य करने के लिए दो विधायक मिले हैं। गुरुवार को हुई मतगणना में श्रीचद शर्मा पहले राउंड की मतगणना से ही एक बड़े अंतर से अपने प्रतिद्विंदी से आगे चले रहे थे। दूसरे और तीसरे रांउड के बाद यह अंतर और अधिक बढ़ गया। पहले राउंड के बाद ही गांव में जश्न शुरू हो चुका था।

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