Tricity Today | बीमार बुजुर्ग का अस्पतालों ने इलाज नहीं किया और एम्बुलैंस नहीं मिली, फरिश्ता बनकर आए सीनियर जर्नलिस्ट
कोरोना महामारी के कारण चल रहे संकट काल में शनिवार को गंभीर रूप से बीमार एक बुजुर्ग को ग्रेटर नोएडा और दादरी के अस्पतालों में इलाज नहीं मिल पाया। बीमार बुजुर्ग का बेटा मदद के लिए घंटों इधर-उधर दौड़ता रहा। जिला प्रशासन के हेल्पलाइन नंबरों और एंबुलेंस के लिए टोल फ्री नंबर 102 और 108 पर कॉल करता रहा। लेकिन कोई मदद नहीं मिली। बीमार बुजुर्ग और परेशान उनके बेटे के लिए दादरी के एक पत्रकार फरिश्ता बनकर आए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से बात की। एंबुलेंस बुलवाई और बुजुर्ग को अस्पताल भेजा है।
मिली जानकारी के मुताबिक ग्रेटर नोएडा के पाली गांव के निवासी राजकुमार बीते करीब एक सप्ताह से बुखार से पीड़ित हैं। वह कई दिनों से दादरी में एक डॉक्टर के प्राइवेट क्लीनिक से दवा ले रहे थे। बुजुर्ग के बेटे अजीत ने बताया कि शनिवार की सुबह उनकी तबियत बहुत ज्यादा खराब हो गई। उन्हें दादरी के रेलवे रोड स्थित एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे। लेकिन अस्पताल के कर्मचारियों ने गेट पर ही उनकी स्क्रीनिंग की और उन्हें प्रवेश देने से इंकार कर दिया।
अजीत ने बताया, "अस्पताल प्रबंधन ने कोरोना के लक्षण बताते हुए एंबुलेंस देने से भी इंकार कर दिया। मैंने एंबुलेंस की मदद के लिए सबसे पहले 102 व 108 नंबर पर कॉल किए। दोनों नंबरों पर कोई रेस्पांस नहीं मिला। फिर मैंने एक समाचार पत्र से जिला प्रशासन और सरकार की ओर से जारी किए गए टोल फ्री हेल्पलाइन नंबरों पर भी कॉल की। लेकिन कहीं से कोई मदद नहीं मिली। मैंने किसी तरह अपने बीमार पिता को थ्री व्हीलर से ग्रेटर नोएडा के सेक्टर डेल्टा-1 स्थित एक अन्य निजी अस्पताल में लेकर पहुंचा। वहां भी अस्पताल ने इलाज और भर्ती करने से इंकार कर दिया।"
इसी दौरान बुजुर्ग पिता की बिगड़ती हालत को लेकर परेशान अजीत को किसी व्यक्ति से दादरी में कार्यरत पत्रकार राजीव वशिष्ठ का नंबर मिल गया। राजीव वशिष्ठ ने बुजुर्ग की बिगड़ती हालत व एंबुलेंस की मदद नहीं मिल पाने की बात सुनते ही सबसे पहले स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारियों और डॉक्टरों को कॉल कर मामले की सूचना दी। जिस पर एसीएमओ डॉ अमित विक्रम और दादरी सीएचसी प्रभारी डॉ संजीव सारस्वत ने मामले को तुरंत गंभीरता से लिया। तत्काल एक एंबुलेंस मौके पर भेजी। वहां से बुजुर्ग मरीज को शारदा अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं देर शाम स्थिति में कुछ सुधार होने पर मरीज को नोएडा सेक्टर-30 के जिला अस्पताल रेफर किया गया है।
बताया गया है कि इस दौरान शारदा अस्पताल में मरीज का कोविड-19 जांच के लिए सैंपल भी लिया गया है। पत्रकार राजीव वशिष्ठ ने बीमार बुजुर्ग की मदद की। इस मदद को लेकर हर कोई उनकी सराहना कर रहा है। बुजुर्ग राजकुमार के बेटे अजीत ने कहा, "राजीव वशिष्ठ ने फरिश्ता बनकर मदद की है। ईश्वर उन्हें यश और सुख दे। हम यही कामना करते हैं।"