Google Image | प्रतीकात्मक तस्वीर
नोएडा स्थित उत्तर प्रदेश एसटीएफ के साइबर क्राइम थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। फर्जी कॉल सेंटर बनाकर देशभर में हजारों बेरोजगार युवकों से नौकरी लगाने के नाम पर करोड़ों रूपये की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह बैंकों से ऋण दिलाने के नाम पर भी देशभर के लोगों को ठग रहा था। पुलिस ने इस सिलसिले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
उत्तर प्रदेश विशेष कार्यबल (यूपी एसटीएफ) में साइबर अपराध के पुलिस अधीक्षक त्रिवेणी सिंह ने रविवार को बताया कि नोएडा के साइबर क्राइम थाना पुलिस ने शनिवार को एक अंतर्राज्यीय गिरोह के पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान दिल्ली के द्वारका स्थित डाबरी एक्सटेंशन निवासी मयंक तिवारी, गाजियाबाद के शालीमार गार्डन निवासी रोहित, कृष्णपाल, ग्रेटर नोएडा सेक्टर-1 स्थित विहान हैरिटेज निवासी इंद्र कुमार बैरवा उर्फ राहुल, और दिल्ली के अशोकनगर निवासी अमित कुमार के रूप में हुई। तीन आरोपी बीटेक हैं जबकि दो ने बीएससी की पढ़ाई की है। गिरोह का सरगना अमित है।
उन्होंने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने बताया है कि वे फर्जी कॉल सेंटर के माध्यम से बेरोजगारों युवकों के पास फोन कर उन्हें नौकरी दिलाने के नाम पर अपने झांसे में ले लेते हैं। त्रिवेणी सिंह ने बताया कि वे लोगों को ऋण दिलाने का झांसा देकर भी ठगी करते हैं। इस गिरोह ने विभिन्न राज्यों के हजारों लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी की है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 27 मोबाइल फोन, पीड़ितों के नाम लिखे हुए 16 रजिस्टर, चार लैपटॉप, एक वाई-फाई राउटर, दो चेक बुक, तीन मुहरे, चार बैंक खाते की पासबुक बरामद की है। पुलिस ने पांचों आरोपियों को रविवार को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया।