Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
गुजरात के दो महिला अफसरों के बीच एक गाय को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि मामला गुजरात के मुख्यमंत्री तक पहुंच गया है। अब मुख्यमंत्री को यह मामला शांत करवाने का जिम्मा दूसरी आईएएस अधिकारी को देना पड़ा है।
विवाद कुछ इस तरह है, साल 2019 में क्रिसमस तक आईएएस नेहा और आईपीएस उषा राडा के बीच बहुत अच्छे संबंध थे। नेहा कुमारी कलेक्टर के लिए बने आधिकारिक आवास परिसर में वॉलीबॉल खेल रही थीं। खेलने के दौरान वॉलीबॉल उषा राडा की गायों को जा लगी थी। गायों को बॉल लगने से गुस्साई एसपी उषा राडा ने पुलिसकर्मियों को वॉलीबॉल की नेट कटवाने का आदेश दिया। इतना ही नहीं उषा राडा ने वॉलीबॉल ग्राउंड की बिजली काटने का भी आदेश दे दिया। एसपी उषा राडा वॉलीबॉल की नेट काटकर अपने साथ ले गईं।
एसपी उषा राडा ने अपनी शिकायत में कहा कि नेहा कुमारी अपने 25 लोगों के साथ 26 दिसंबर 2019 को उनके आधिकारिक आवास में घुस आईं। उनके साथ बहस की। एसपी ने कहा कि नेहा ने उन्हें धमकी दी थी कि मैं तुमको देख लूंगी। राडा ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि नेहा कुमारी और उनके साथ आए लोगों ने गायों पर पत्थर फेंके, उन्हीं गायों का दूध वह नेहा कुमारी को प्रतिदिन भेजती हैं। एसपी ने कहा कि नेहा कुमारी ने बिना पहले नोटिस दिए राजस्व अधिकारियों को भेजा और पुलिस हाउसिंग कॉप्लेक्स के निर्माण को रुकवा दिया। यही नहीं एसपी ऑफिस की मरम्मत कर रहे ठेकेदारों को भी धमकी दी है।
दो शीर्ष अधिकारियों के बीच हुआ झगड़ा सरकार के लिए शर्मिंदगी का विषय बन गया है। अब मुख्यमंत्री कार्यालय ने वरष्ठितम आईएएस अधिकारी संगीता सिंह को इस विवाद को सुलझाने का जिम्मा दिया है।