Google Image | सुदीक्षा भाटी
सुदीक्षा भाटी की उनके गांव में प्रतिमा लगाई जाएगी। यह घोषणा गुरुवार को अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा के जिलाध्यक्ष श्याम सिंह भाटी ने की है। श्याम सिंह भाटी ने कहा, ग्रेटर नोएडा में दादरी तहसील के डेरी स्कनर गांव की निवासी और क्षेत्र की प्रतिभाशाली छात्रा सुदीक्षा भाटी की दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से सड़क दुर्घटना में मौत हो गई है। मेधावी छात्रा सुदीक्षा भाटी की स्मृति में उनके पैतृक गांव डेरी स्कनर में अपने निजी खर्च से प्रतिमा लगाएंगे।
श्याम सिंह भाटी ने कहा कि सुधीक्षा भाटी क्षेत्र और समाज का गौरव थी। विपरीत परिस्थितियों में अपनी मेहनत और लगन से विदेश में शिक्षा की लिए स्कॉलरशिप प्राप्त करने वाली सुधीक्षा भाटी सभी के लिए आदर्श और प्रेरणा स्रोत हैं। उनकी प्रतिमा लगाकर तथा उनके संघर्षशील जीवन की कहानी को भी संजोया जायेगा। जिससे आने वाली पीढ़ियां सुदीक्षा भाटी से प्रेरणा लेकर पढ़ाई के क्षेत्र में आगे गए बढ़ सकें। श्याम सिंह भाटी ने कहा की सुदीक्षा भाटी का असमय समाज के बीच से चले जाना बहुत बड़ी क्षति है। ऐसी प्रतिभाएं समाज में कभी-कभी जन्म लेती हैं। इसलिए उन्होंने निर्णय लिया है कि उनकी प्रतिमा गांव में लगाई जाए।
होनहार बेटी सुदीक्षा के चले जाने से न केवल उनका परिवार परेशान है बल्कि डेरी स्केनर गांव के ग्रामीण और आसपास के इलाके के लोग भी भावुक हैं। सुदीक्षा के घर रोजाना दिन निकलने से पहले ही मातम पुरसी करने लोगों की भीड़ पहुंच जाती है। उनके घर के बाहर की गलियां दिन भर लोगों से भाई रहती हैं। सुदीक्षा के पापा, चाचा, बहन, भाई और दादा उसके बारे में अपने संस्मरण सुना सुना कर रो रहे हैं। उन्हें तमाम ऐसी बातें याद आ रही हैं, जो सुदीक्षा कहा करती थी। सुदीक्षा ने अपने परिवार के लोगों से बहुत सारे वादे किए थे। उनकी जिंदगी बदलने के सपने देखे थे। इस हादसे ने ना केवल सुदीक्षा की जान ले ली, बल्कि इस पूरे परिवार के हजारों सपने तोड़ दिए हैं।
सुदीक्षा भाटी की मौत का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। मंगलवार को बसपा सुप्रीमो मायावती और कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के बयानों के बाद अब समाजवादी पार्टी भी इस मामले में सक्रिय हो गई है। बुधवार को समाजवादी पार्टी में छात्र राजनीति की पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखने वाले नेता अतुल प्रधान ने सुदीक्षा भाटी के परिवार से मुलाकात की। अतुल प्रधान ने सरकार से 4 बड़ी मांग की हैं। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो मजबूर होकर आंदोलन करना पड़ेगा।