सुदीक्षा के साथ उसके चाचा नहीं नाबालिग भाई था, बुलन्दशहर के डीएम ने कहा- कोई छेड़छाड़ नहीं हुई

सुदीक्षा के साथ उसके चाचा नहीं नाबालिग भाई था, बुलन्दशहर के डीएम ने कहा- कोई छेड़छाड़ नहीं हुई

सुदीक्षा के साथ उसके चाचा नहीं नाबालिग भाई था, बुलन्दशहर के डीएम ने कहा- कोई छेड़छाड़ नहीं हुई

Tricity Today | सुदीक्षा भाटी और बुलंदशहर डीएम

दादरी क्षेत्र के डेरी स्केनर गांव की मेधावी छात्रा सुदीक्षा भाटी की सोमवार को हादसे में मौत हो गई थी। मंगलवार की सुबह सुदीक्षा के परिजनों ने बताया कि उसके साथ बुलेट बाइक सवार दो लोगों ने छेड़छाड़ की थी। इसी दौरान सुदीक्षा और उसके चाचा हादसे का शिकार हुए। इस मामले में बुलंदशहर जिला प्रशासन और पुलिस ने कहा है कि सुदीक्षा के साथ उसके चाचा नहीं थे। सुदीक्षा अपने नाबालिग भाई के साथ सिकंदराबाद मामा के घर जा रही थी। इनके साथ कोई छेड़छाड़ नहीं हुई थी। सामान्य से ट्रैफिक ज्यादा होने के कारण इनकी बाइक एक बुलेट मोटरसाइकिल से टकराई। जिसमें सुदीक्षा सड़क पर गिरी और उसे चोट लगी। स्थानीय लोगों ने सुदीक्षा के भाई की मदद की और अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां सुदीक्षा की मौत हो गई।

मंगलवार की सुबह सुदीक्षा के चाचा सतेंद्र भाटी ने डेरी स्केनर गांव में मीडिया को बयान दिया। सतेंद्र भाटी ने कहा, वह अपनी भतीजी को लेकर जा रहे थे। औरंगाबाद गांव के पास बुलेट सवार दो लोगों ने छेड़छाड़ की। इसी दौरान उनका संतुलन बिगड़ गया और हादसा हो गया। इस हादसे में सुदीक्षा की मौत हो गई। सतेंद्र भाटी की ओर से यह बयान आने के बाद तमाम विपक्षी दल सरकार पर टूट पड़े। राज्य में कानून-व्यवस्था खराब होने के लिए जमकर पुलिस-प्रशासन और सरकार को कोसा गया। लेकिन जैसे ही मामला राजनीतिक मोड़ लेता दिखाई दिया, बुलंदशहर के जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस प्रमुख ने इतनी साफ करने के लिए बयान जारी किए हैं।

बुलंदशहर पुलिस ने लड़की के चाचा सतेंद्र भाटी के बयान को गलत ठहराया है। दरअसल, सतेंद्र भाटी ने दावा किया था कि उन्हें बुलेट बाइक पर सवार दो लोगों ने परेशान किया था। दूसरी ओर अधिकारियों ने कहा कि सुदीक्षा अपने छोटे नाबालिग भाई के साथ दोपहिया वाहन की सवारी कर रही थी। उसकी मोटर साइकिल एक अन्य बाइक से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। ऐसा अचानक यातायात के बढ़ने के कारण हुआ। एक बाइक उनके आगे आकर रुकी, जिससे यह लोग टकरा गए।

पुलिस ने सुदीक्षा के छोटे भाई का एक वीडियो स्टेटमेंट ट्वीट किया है। जिसमें वह पूरी घटना के बारे में जानकारी दे रहा है। वह कह रहा है कि अपनी बहन के साथ आ रहा था। उसने बहन से पूछा कि पहले स्कूल जाना है या मामा के घर चलना है। इस पर पहले तय हुआ कि मामा के घर जाएंगे। जब हम लोग यहां आए तो औरंगाबाद गांव के पास अचानक सामने चल रही बाइक ने ब्रेक लगा दिए। जिसकी वजह से हम लोगों से टकरा गए। इसमें सुदीक्षा को चोट लगी। उसे अस्पताल लेकर गए और उसकी मौत हो गई।

पुलिस ने कहा, सुदीक्षा के भाई ने सोमवार को हादसे के बाद इस बयान में कथित उत्पीड़न का कोई संदर्भ नहीं दिया है। बुलंदशहर के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने कहा, "हम उत्पीड़न के आरोप की जांच करेंगे और सुदीक्षा के परिवार से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं।" डीएम ने कहा कि उन्हें यकीन नहीं कि उनके चाचा जो दावा कर रहे हैं, वह लड़की के साथ जा रहे थे।

बुलंदशहर के जिलाधिकारी रवींद्र कुमार ने कहा कि सुदीक्षा गौतमबुद्ध नगर के दादरी से 40 किलोमीटर दूर बुलंदशहर जा रही थी। सुदीक्षा के चाचा ने पहले संवाददाताओं को बताया कि दोनों लोगों ने "उनके पास स्टंट करना शुरू किया" और उनके आगे निकल गए। हमने उन्हें आसानी से पास होने दिया। फिर अचानक उन दोनों लोगों ने हमारे आगे आकर अपनी बाइक रोक दी। भाटी ने कहा कि उन्होंने ब्रेक लगाया लेकिन फिर भी नियंत्रण खो दिया। सुदीक्षा को गंभीर चोट आई और उसकी मौत हो गई।

बुलंदशहर के अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने सुदीक्षा के परिवार से मिलने के लिए दादरी में एक टीम भेजी थी, क्योंकि उनके फोन नंबर उपलब्ध नहीं थे। अधिकारियों की टीम वहां परिवार से मिलने के बाद रिपोर्ट देगी। हालाँकि, परिवार के आरोपों को ध्यान में रखते हुए सिकंदराबाद थाने में एफआईआर दर्ज हो गई है।

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