Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
पुरानी करेंसी बदलने के मामले में गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को न्यायालय से जमानत मिल गई। मामले में फरार चल रहे पुलिस के सिपाही सहित तीन आरोपियों की तलाश में पुलिस की टीम दबिश दे रही है। आरोपियों के बारे में अभी कुछ पता नहीं चल सका है। आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद पुराने नोट बदलने के बड़े गैंग का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को, आरोपियों को जमानत मिलने से झटका लगा है।
नोटबंदी के तीन वर्ष बाद भी पुराने नोट बदलने के काम में संलिप्त गैंग के 11 सदस्यों को कासना कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया था। पुलिस ने आरोपियों के पास से बंद हो चुके पांच सौ व एक हजार के साढ़े चार लाख रुपए बरामद किए थे। गिरफ्तार आरोपियों में से एक रविंद्र ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में बाबू के अस्थायी पद पर तैनात था। तीन आरोपी सिपाही सचिन बैसला, बिजेंद्र सिंह उर्फ छंगा व सरदार फरार हो गए थे। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने दावा किया था कि गैंग के सदस्य पिछले लंबे समय से पुराने नोटों को कमीशन लेकर बदलने के काम में संलिप्त थे। लेकिन न्यायालय में पुलिस कोई ठोस सबूत नहीं पेश कर पाई। जिसके आधार पर सभी आरोपियों को न्यायालय से जमानत मिल गई। वहीं दूसरी ओर फरार आरोपी बिजेंद्र सिंह, सरदार व सचिन बैंसला की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम ने विभिन्न स्थानों पर दबिश दी।
पुलिस का कहना है कि नोट बदलने का मुख्य काम बिजेंद्र व सरदार करते थे। दोनों की गिरफ्तारी के बाद ही यह पता चल सकेगा कि काम को वह किस प्रकार अंजाम देते थे।